कॉलेज के आसपास और रास्ते के मनचले रहे सावधान !.
गर्ल्स स्टूडेंट से छेड़छाड़ करना अब मनचलों को पड़़ेगा भारी.
एकाग्रचित्त और मजबूत मनोबल के लिए बताया योग का महत्व

फतह सिंह उजाला

पटौदी । कॉलेज हो या फिर गर्ल्स स्कूल में पढ़ने के लिए आने वाली युवतियों और छात्राओं के साथ अब छेड़छाड़ करना मनचलों के लिए भारी पड़ सकता है । हालांकि इस प्रकार की हरकतों को रोकने के लिए दुर्गा वाहिनी पुलिस फोर्स और डायल 112 जैसी सुविधाएं सरकार के द्वारा पहले ही उपलब्ध हैं । फिर भी शिक्षा विभाग सहित विभिन्न संस्थाएं समय-समय पर युवतियों को सेल्फ डिफेंस सहित उनका अपना आत्मविश्वास और अधिक मजबूत करने के लिए ट्रेनिंग सेशन का आयोजन करती रहती हैं ।

इसी कड़ी में पटौदी विधानसभा क्षेत्र के राजकीय कालेज जाटोली में गर्ल्स स्टूडेंट के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग के साप्ताहिक सेशन का आयोजन किया गया। इस ट्रेनिंग सेशन में विशेष रुप से ग्रामीण अंचल की तरफ से आने वाली छात्राओं ने गहरी रुचि दिखाते हुए सेल्फ डिफेंस के विशेषज्ञों के द्वारा बताए गए गुर सीखे । वही युवतियों अथवा छात्राओं में आत्मविश्वास और पढ़ाई में एकाग्रचित्त होने के लिए योग के महत्व के विषय में भी विस्तार से जानकारी दी गई । इतना ही नहीं सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग के साथ ही विभिन्न प्रकार के योगासन भी करवाए गए । इस प्रकार के योगासन करवाए गए जो कि किसी के लिए भी दिमागी, मानसिक और शारीरिक रूप से सहायक साबित होते हैं ।

राजकीय कॉलेज जाटोली के प्रिंसिपल डॉ वीरेंद्र सिंह अंतिल के संरक्षण में और कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ प्रियंका बत्रा की अध्यक्षता में कॉलेज की महिला प्रकोष्ठ की इंचार्ज डॉ कविता रानी की देखरेख में एक सप्ताह तक छात्राओं के लिए सेल्फ डिफेंस और योग प्रशिक्षण का सेशन आयोजित किया गया । राजकीय कॉलेज जाटोली के प्रिंसिपल डॉक्टर वीरेंद्र सिंह अंतिल ने बताया कि आज के समय में युवतियां अथवा छात्राओं के लिए आत्मरक्षा अथवा सेल्फ डिफेंस की जानकारी का होना बहुत जरूरी है । क्योंकि अपराधिक प्रवृत्ति के साथ-साथ विकृत मानसिकता के युवक कहीं भी अक्सर युवतियों को अकेला आता जाता देख कर या मौका पाकर अपनी हरकतों से परेशान करने का कोई भी मौका नहीं चूकते। वही जब भी कभी कोई जघन्य अपराध महिला संबंधित सामने आता है, तो अक्सर यह मांग उठती रहती है कि शिक्षण संस्थानों में ही खास तौर से युवतियों और छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाए। यह प्रशिक्षण सत्र इसी कड़ी का ही एक महत्वपूर्ण भाग है ।

कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ प्रियंका बत्रा और महिला प्रकोष्ठ की इंचार्ज डॉ कविता रानी ने बताया कि इस साप्ताहिक सेल्फ डिफेंस और योग प्रशिक्षण सत्र में कॉलेज की छात्राओं ने जिस उत्साह के साथ भाग लेकर आत्मरक्षा के लिए सहज और आसान तकनीको सीखा है ,उससे निश्चित ही छात्राओं का आत्मविश्वास मजबूत बनेगा । वही योगासन में विभिन्न योग क्रियाओं के द्वारा छात्राओं को यह जानकारी दी गई की नियमित कुछ समय के लिए योग किया जाने से विभिन्न प्रकार की शारीरिक परेशानियों से हमेशा के लिए राहत मिल सकती है ,वही योगासन करने से बौद्धिक विकास भी होता है । जब बौद्धिक विकास होगा तो हमारा अपना शरीर भी हमेशा स्वस्थ रहकर हमें और बेहतर तरीके से काम करने की ऊर्जा प्राप्त होती रहेगी । राजकीय कॉलेज जटौली में सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग राज इंटरनेशनल स्कूल के ताइक्वांडो के कोच कुणाल के द्वारा और योग प्रशिक्षण योगाचार्य हितेश के मार्गदर्शन में प्रदान किया गया । इस मौके पर विशेष रुप से ट्रेनिंग सेशन में सहयोग करने वाली डॉ उषा यादव , श्रीमती सोनू , डॉक्टर तितिक्षा, श्रीमती रेखा यादव व अन्य कॉलेज प्राध्यापक गण मौजूद रहे।

समय की जरूरत सेल्फ डिफेंस
राजकीय कालेज जाटोली में साप्ताहिक सेल्फ डिफेंस और योग प्रशिक्षण सत्र में भाग लेने वाली छात्राओं का कहना है कि सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग समय और तेजी से बदलती आवारा तत्वों की मानसिकता को देखते हुए बहुत जरूरी है । योग एकाग्रचित्त और मानसिक मनोबल की मजबूती में बहुत सहायक साबित हुआ है । इस दोहरे प्रशिक्षण फैशन में भाग लेने वाली छात्राओं में बीए वर्ष की दीपा, अलका, हिमांशी, सोनिया, ज्योति, पायल , आरती, शीतल, बीएप्रथम वर्ष की छात्रा निशू , अंजलि, मानसी , बीए फाइनल की राखी, अंजलि, बीकॉम द्वितीय वर्ष की मानसी, नीरज, प्रिया, श्वेता, बीएससी फाइनल की ज्योति और वर्तिका सहित अन्य छात्राओं ने  साप्ताहिक  सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग सेशन सहित योगासन प्रशिक्षण सत्र को बहुत ही लाभकारी बताते हुए कहा कि समय-समय पर इस प्रकार के ट्रेनिंग सेशन आयोजित किए जाते रहने चाहिए।

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