चरखी दादरी जयवीर फोगाट 8 दिसंबरआज बुधवार को आंगनवाड़ी वर्कर हैल्पर यूनियन ने लघु सचिवालय में सुबह से ही धरना प्रदर्शन शुरूआत करते हुए सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी। धरना प्रदर्शन के दौरान आंगनवाड़ी वर्कर्स, हैल्परों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। धरने को संबोधित करते हुए प्रधान राजवंती फोगाट ने कहा कि सरकार और प्रशासन हमारे कार्य की अनदेखी कर रही है। हम बड़े मेहनत से काम करती है। उन्होंने कहा कि शासन में बैठी गठबंधन की सरकार के बेरुखी रवैये से आंगनबाड़ी वर्कर्स लंबे समय से हताश एवं परेशान होकर सड़कों पर आंदोलन करने पर मजबूर हैं। सरकार की पॉलिसी में आंगनबाड़ी वर्कर्स का कहीं कोई जिक्र नहीं है, जिससे सरकार की हेल्पर्स व वर्कर्स से रोजगार छीनने की मंशा जाहिर होती है। उन्होंने ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते हमारी मांगों को सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया तो हम और बड़े आंदोलन के लिए भी रूपरेखा तैयार की जा रही है। जिसका खामियाजा सरकार को आगामी चुनावों में भुगतना पड़ेगा। प्रधान राजवंती ने अपनी मांगें बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने 2018 में कुशल व अर्ध कुशल का दर्जा दिया था वह आज तक लागू नहीं किया गया है। इसे तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। आंगनवाड़ी वर्कर का 24000 व हैल्पर को 16000 न्यूनतम वेतन लागू किया जाए। केन्द्र सरकार ने जो 1500, 750 रूपये लागू करने की बात कही थी वह भी आज तक लागू नहीं हुए है, इसे लागू किया जाए। सेवानिवृति पर पैंशन लागू की जाए। रिटायरमैंट होने पर पांच लाख वर्कर व तीन लाख हैल्पर को दिया जाए।आंगनवाड़ी भवनों का किराया 5000 रूपये बड़े शहरों में, 3000 छोटे शहरों में, 2000 रूपये गांव में दिए जाए।आंगनवाड़ी वर्कर हैल्पर को विभागीय मिटिंग व ट्रेनिंग में बुलाने पर टीएडीए दिया जाए। आंगनवाड़ी वर्कर हैल्पर की दुर्घटना होने पर ईलाज का पूरा खर्च दिया जाए। सुपरवाईजर की भर्ती पर 50 प्रतिशत कोटा दिया जाए। आंगनवाड़ी वर्कर, हैल्पर की वर्दी का पैसा सालाना दो हजार रूपये किया जाए।टीए व डीए में 18 किलोमीटर स्कीम खत्म की जाए।आईसीडीएस को खाली पदों को भरा जाए ताकि विभाग के काम का संचालन ठीक प्रकार से हो सके। सभी वर्कर हैल्पर को ई.एस.आई.पी.एफ के तहत कवर किया जाए और तुरंत इनके खाते खोले जाए व हैल्पर वर्कर को मैडिकल अवकाश दिया जाए। गर्मी व सर्दी की छुटी लागू की जाए। आंगनवाड़ी वर्कर हैल्पर की वर्दी का पैसा सालाना दो हजार रूपये किया जाए। ईंधन की राशि को बढ़ाया जाए या सिलैण्डर स्वयं विभाग भरवाकर दे।पोषण ट्रैक्टर का काम ना करवाया जाए। धरने में चांदकौर रानीला, उप-प्रधान राजवंती कमोद, प्रेस सचिव कान्ता दादरी, खण्ड प्रधान मीरा, उप-प्रधान गीता मिर्च, उप-प्रधान बिमला, सर्कल प्रधान रेनू, जिला सचिव चांद कौर, सुनीता मिसरी, नरेश लोहरवाड़ा, बबीता लोहरवाड़ा, महेन्द्र कौर, राजबाला गोदारा, दयावंती दादरी, सुनीता दादरी, दर्शना, बिमला, नीलम, चमेली, अंजू, सलोचना खातीवास, बाला, कौशल्या, सोनिया अचीना, संदीप अचीना, नीलम रावलधी, मंजीत बौंद, कमलेश गोपी, सुशीला काकड़ौली हट्टी, सुनीता हुई, जगवंती कारी, उषा सांजरवास, मेला बाढ़डा आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर लगभग सैकड़ों आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर उपस्थित रही। Post navigation किसानों ने किया दिल्ली कूच, सरकार को दी चेतावनी। किसानों का ऐलान, 11 दिसंबर को करेंगे घर वापसी