Category: साहित्य

साहित्यिक समारोह और साहित्य का प्रचार प्रसार

-कमलेश भारतीय आज एक साहित्यिक समारोह में जालंधर हूं और सोच रहा हूं कि कोरोना के बाद संभवतः यह पहला साहित्यिक समारोह है जिसमें भाग लेने पहुंचा हूं । डेढ़…

साहित्य समाज को प्रभावित करने का सशक्त माध्यम-राज्यपाल

-समाज की पीड़ा को महसूस कर लोगों के बीच लाने वाला सही मायने में साहित्यकार- राज्यपाल गुरूग्राम , 26 नवंबर। हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि साहित्य…

पत्रकारिता का स्तर गिरा है और सच्चाई खुल कर बाहर नहीं आती : रश्मि अभय

कमलेश भारतीय पत्रकारिता का स्तर निश्चित रूप से गिरा है और जो सच्चाई सामने आनी चाहिए वह खुल कर नहीं आ रही,यह कहना है एक राजनीतिक पत्रिका की बिहार ब्यूरो…

कमलेश भारतीय को पंजाब अकादमी 28 को देगी सम्मान

हिसार : हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व नभछोर के स्तम्भकार कमलेश भारतीय को जालंधर की पंजाब कला साहित्य अकादमी की ओर से 28 नवम्बर को अकादमी का सर्वोच्च…

आओ कुछ पल बैठे बुजुर्गों के साथ, हर चीज गूगल पर नहीं मिलती

डॉ मीरा हमारे समाज में परिवार को एक सूत्र में पिरोने का काम हमेशा से हमारे सम्माननीय बुजुर्गों ने किया है यह सत्य है कि आज के युग में हम…

खुश रहना है तो नेमतें गिनिए, मुसीबतें नहीं।

….लेखक अजीत सिंह हिसार के स्वतंत्र पत्रकार हैं । उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो व दूरदर्शन में कई वर्षों तक काम किया । अजीत सिंह स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर जन्म…

‘दिए से मिटेगा न मन का अंधेरा, धरा को उठाओ,गगन को झुकाओ’

हिसार। नवंबर 1. – वानप्रस्थ संस्था द्वारा रविवार की शाम आयोजित ‘ दिवाली आगमन ‘ कार्यक्रम में अमेरिका से जुड़े प्रो अमरजीत जुनेजा ने कहा कि वहां पर भी दिवाली…

साहित्यकार सम्मान योजना वर्ष 2020 के लिए विभिन्न सम्मानों हेतु साहित्यकारों का चयन कर लिया गया है

चंडीगढ़, 31 अक्टूबर- हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा साहित्यकार सम्मान योजना वर्ष 2020 के लिए विभिन्न सम्मानों हेतु साहित्यकारों का चयन कर लिया गया है। यह जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के…

‘देखो रूठा ना करो, बात मित्रों की सुनो……’

अजीत सिंह रूठना, मनाना और मान जाना मानवीय व्यव्हार की कुछ अजीब सी मानसिक क्रियाएं हैं। इनका चलन यूं तो आदि काल से देखा जा सकता है पर स्मार्टफोन और…

लघुकथा…..वृक्षों पर लटके प्रेत

डा.सुरेश वशिष्ठ आधी रात, ठूँठ हुए वृक्षों पर लटके अफगानी प्रेत जाग उठते हैं। भयावह उस मंजर की यादें उन्हें रुलाने लगती हैं। ड़र से कांपते हुये तीन प्रेत नगर…

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