अजीत सिंह

हिसार। नवंबर 1. – वानप्रस्थ संस्था द्वारा रविवार की शाम आयोजित ‘ दिवाली आगमन ‘ कार्यक्रम में अमेरिका से जुड़े प्रो अमरजीत जुनेजा ने कहा कि वहां पर भी दिवाली भारत की तरह घरों में पूजापाठ और सामुदायिक स्तर पर रंगारंग भक्ति संगीत के आयोजन कर मनाई जाती है और इसमें सभी वर्गों के लोग शामिल होते हैं। पूछे जाने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि पटाखे बजाने पर पाबंदी है क्योंकि इस कारण कहीं आग लग सकती है और इससे ध्वनि तथा वायु प्रदूषण भी होता है।

दुबई से ऑनलाइन वेबिनार से जुड़ी सोनिया भाटिया ने बताया कि वहां पर भी दिवाली का त्यौहार खूब उत्साह के साथ मनाया जाता है और सभी वर्गों के लोग इसमें शामिल होते हैं वहां पर ऊंचे ऊंचे हाउसिंग टॉवर्स पर रोशनी देखते ही बनती है। उन्होंने बताया कि दुबई में एक विशाल मंदिर का निर्माण चल रहा है जिसकी नींव दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने वहां के शासकों के साथ मिल कर रखी थी। यह मंदिर अगले साल तक तैयार हो जाने की आशा है उन्होंने बताया कि दुबई में विभिन्न धर्मावलंबियों के बीच पूरा सद्भाव है और मुस्लिम बाहुल्य देश होते हुए भी वहां अन्य धर्मों को मानने वाले नागरिकों को पूरा सम्मान दिया जाता है।

दिवाली आगमन समारोह में देश के विभिन्न शहरों से ऑनलाइन जुड़े लोग भी जुड़े थे
वेबीनार की शुरुआत कुरुक्षेत्र से प्रोफेसर दिनेश दधीचि ने नीरज की एक कविता के साथ की,

‘दिए से मिटेगा न मन का अंधेरा, धरा को उठाओ,
गगन को झुकाओ’।
फिर उन्होंने अपनी एक कविता पढ़ी,
माहौल हो तारीक,
तो क्या ठीक रहेगा
पकड़े रहे लीक,
तो क्या ठीक रहेगा,
खुद मेरा ही दिल जिसकी
नहीं देता गवाही,
दुनिया जो कहे ठीक,
तो क्या ठीक रहेगा?

चंडीगढ़ से ऑनलाइन जुड़ी प्रो मृदुला शर्मा ने कोविड-19 के परिपेक्ष में अपनी कविता पेश करते हुए कहा,

शुक्र है दिवाली है,
दूर हुआ है जग का तम,
साल दो साल बीत गए,
बदला है जग का मौसम ‘।

इसके बाद भजन संध्या का दौर शुरू हुआ जिसमें कुरुक्षेत्र से जुड़ी प्रोफेसर शुचि स्मिता, दिल्ली से जुड़ी चितवन भाटिया, फरीदाबाद से जुड़े प्रो भूषण जलाली, व वानप्रस्थ हिसार के स्थानीय सदस्यों, प्रो श्यामसुंदर धवन, डॉ सत्या सावंत, देवीना ठकराल, प्रो नीलम परुथी, प्रो एस के चोपड़ा, प्रो स्वराज कुमारी, प्रो जे के डांग व दूरदर्शन के पूर्व समाचार निदेशक अजीत सिंह ने अपनी अपनी प्रस्तुति दी। लगभग तीन घंटे चले वेबिनार में 25 सदस्यों ने ऑनलाइन भाग लिया।

(लेखक अजीत सिंह हिसार स्थित स्वतंत्र पत्रकार हैं । वे दूरदर्शन हिसार के समाचार निदेशक रह चुके हैं।)

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