Category: विचार

मुलाकातों के पीछे की राजनीति

आने वाले दिनों में देश में कई सियासी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। एलजेपी में बड़ी फूट पांच सांसदों ने चिराग के चाचा पशुपति पारस माना नेता, जेडीयू ज्वॉइन…

“लार्ड कर्जन, आगे बढ़ो। हम आपके साथ हैं”

सुन रहे हैं कि यूपी का विभाजन होगा?बनारस बनाम गोरखपुर की जंग छिड़ सकती है।समाजवादी नेता थे प्रभु नारायण सिंह, पूरा जीवन पृथक पूर्वांचल राज्य बनाने के लिए दे दिए।पूर्वांचल…

डूबती बीजेपी को क्या तिनके का सहारा मिलेगा!

उमेश जोशी डूबते को तिनके का सहारा! इस कहावत को हाल में चरितार्थ होते देखा है। बीजेपी किसान आंदोलन के बाद लगातार हताशा में डूब रही है; बाहर निकलने का…

12 जून 1975 को ही पड़ गई थी इमरजेंसी की नींव-अमित नेहरा

-12 जून 1975 और इलाहाबाद हाईकोर्ट का रूम नम्बर 24 -इमरजेंसी के लिए 25 जून की बजाए 12 जून क्यों है महत्वपूर्ण -जब प्रधानमंत्री को होना पड़ा हाईकोर्ट में पेश…

दो चुटकी सिंदूर की कीमत कौन जाने

-कमलेश भारतीय पश्चिमी बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की युवा सांसद नुसरत जहां जब शपथ लेने गयीं तो बोलीं -मी नुसरत जहां जैन के नाम पर शपथ लेती हूं । कमाल…

“किसान आंदोलन में फलदायक खाद की आवश्यकता”

गुड़गांव निवासी एवं अधिवक्ता मुकेश कुल्थिया द्वारा तीनों कृषि कानूनों को असंवैधानिक एवं ग़ैरकानूनी बताते हुए इन कानूनों को निरस्त करने का दायर किया गया दावा गुड़गांव कोर्ट में विचाराधीन…

कौन करेगा कांग्रेस की सर्जरी ,,?

–कमलेश भारतीय कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है. चुनाव ही नहीं हार रही बल्कि अपने नेता भी खो रही है । हर बार के बाद इसके नेता अपने राजनैतिक भविष्य…

पीडीएस में तकनीकी प्रगति हो मगर पात्र लाभार्थियों की उपेक्षा नहीं

वर्तमान में दिल्ली के मुख्यम्नत्री द्वारा घर-घर राशन वितरण की बात को लेकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) फिर से चर्चा में है. जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने और किसानों को…

“अच्छे दिन” वाली सरकार में मुफ्त अनाज, मंहगी रेल व महंगा ईंधन व गैस

मोदी के “मुफ़्त अनाज” के पीछे की कहानी ।राजनाथ के बयान पर ही विश्वास करें तो इस क़ानून को बनाए जाने का श्रेय सोनिया को, मगर आज राशन पहुँचाने का…

बोया पेड़ बबूल का, आम कहां ते खाय।

शाह से मुलाकात के लिए जतिन को जूते उतारने पड़े, प्रवेश करते ही मिल गया सम्मान। जतिन प्रसाद 2014 से लगातार भाजपा में जाने की जुगत में थे, अब पराजित…