गुडग़ांव, 27 नवम्बर (अशोक): जिलेे की पटौदी अदालत में प्रैक्टिस कर रही महिला अधिवक्ता का संदिग्ध अवस्था में शव मिलने सेे जिला बार एसोसिएशन केे सदस्यों में गहरा रोष व्याप्त हो गया है। उन्होंने महिला अधिवक्ता सरिता की हत्या किए जाने के मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग को लेेकर पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान अमरजीत यादव व सचिव सत्यनारायण राव, एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज का कहना है कि गत दिवस महिला अधिवक्ता का शव पटौदी से लगते रेवाड़ी क्षेत्र में संदिग्ध अवस्था मेें पड़ा मिला था। अधिवक्ता अपने पटौदी आवास से दोपहिया वाहन पर सवार होकर अदालत के लिए निकली थी, लेकिन वह अदालत नहीं पहुंच पाई। वरिष्ठ अधिवक्ता डा. अंजूरावत नेगी का कहना है कि इस प्रकार की घटना समाज को झकझोर कर रख देने वाली है। महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर रोक लगाई जानी चाहिए। उन्होंने सरकार सेे आग्रह किया कि हरियाणा में भी अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाना चाहिए। न्याय दिलवाने वाले भी खुद सुरक्षित नहीं हैं। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष जितेंद्र कौशिक का कहना है कि महिला अधिवक्ता की हत्या पर रोष प्रकट करतेे हुए अदालत मेें वर्क सस्पेंड रखा गया। इसी प्रकार सोहना व पटौदी अदालतों में वर्क सस्पेंड रहा। ज्ञापन देने वालों में बड़ी संख्या में महिला व पुरुष अधिवक्ता भी शामिल रहे। Post navigation दिसंबर तक सभी डिफेक्टिव मीटर बदले जाएंगे गुरुग्राम में खुला निःशुल्क एडवांस फिजियोथैरिपी सेंटर ट्राईकम इंडिया