Category: देश

कौन हैं शंकराचार्य ? ……….. जानें भारत में कैसे शुरू हुई ये पंरपरा, क्या है इनका महत्व

ब्रह्मा के चार मुख और हर मुख से एक वेद की उत्पत्ति हुई, उसी प्रकार चार पीठ की स्थापना की शास्त्रों को सुरक्षित रखने के लिए 4 मठ यानी पीठों…

खतरे की घंटी ……….. एंटीबायोटिक का दुरुपयोग

एंटीबायोटिक प्रतिरोध दुनिया की सबसे जरूरी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। एंटीबायोटिक दवाओं का अत्यधिक उपयोग और दुरुपयोग एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रमुख कारक हैं। आम जनता, स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता…

राम मंदिर के राजनीतिकरण के ख़िलाफ़ संत, कहा- सब पीएम कर रहे हैं तो धर्माचार्य के लिए क्या रह गया

शंकराचार्य ने कहा, ‘विधिवत प्रतिष्ठा ना हो तो मूर्ति में भूत-प्रेत, पिशाच प्रतिष्ठित हो जाते हैं’ व्यासपीठ के साथ जो टकराता है, चारों खाने चूर-चूर हो जाता है ‘राम मंदिर…

मेरी यादों में जालंधर- भाग ग्यारह ……. अश्क और‌ मोहन राकेश के ठहाके….कुछ कदम आगे, कुछ कदम पीछे

-कमलेश भारतीय यादें भी क्या चीज़ हैं, जो आती हैं, तो आती ही जाती हैं । इनके आने का न‌ तो कोई सबब होता है और न ही कोई ओर-…

सेंसर बोर्ड पर बरसे “पॉलिटिकल वॉर” के मेकर मुकेश मोदी

अनिल बेदाग, मुंबई बॉलीवुड की अपकमिंग फ़िल्म “पॉलिटिकल वॉर” के फिल्ममेकर मुकेश मोदी सेंसर बोर्ड से काफी नाराज़ हैं। सेंसर सर्टिफिकेट न मिलने की वजह से यह फ़िल्म सिनेमाघरों में…

राम मंदिर अयोध्या में ………… राम कहां के? 

अफगानिस्तान, ईरान, पाकिस्तान तक राम का जन्मस्थान बताते रहे हैं इतिहासकार क्या बाबर ने मस्जिद तोड़कर मंदिर बनवाई थी? भाजपा ने लिखा 1556 में बाबर ने मंदिर तोड़ मस्जिद बनाई…

मेरी यादों में जालंधर‌- भाग दस : उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो ……

-कमलेश भारतीय मित्रो, जालंधर, एक ऐसा शहर, जहाँ मेरा साहित्यिक जीवन शुरू हुआ। यही वह शहर है, जहाँ मैंने साहित्य में अच्छे- बुरे, खट्टे- मीठे अनुभव प्राप्त किये! यही वह…

1528 से 2024 तक! आसान नहीं था विवादित ढांचे से लेकर भव्य राम मंदिर तक का सफर

श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के नारे जिसने इतिहास रचा अशोक कुमार कौशिक अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण अपने अंतिम चरण में है। 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में श्रीराम…

मंदिर वहीं बनाएंगे’ नारे की कहानी जान हैरान रह जाएंगे !

कार सेवकों के लिए हर घर से ली जाती थी आठ-आठ रोटी, दो सगे भाइयों का योगदान रहा अनुकरणीय कार सेवकों को क्यों दिया गया है ये नाम, जानिए इसके…

एनजीओ की गतिविधियों पर नजर समय की मांग …..

कोई एनजीओ, जिसके पास पैसे की कमी नहीं है, अपनी मनमर्जी काम करता रहेगा, चाहे वह कानून विरुद्ध ही क्यों न हो। लेकिन ऐसा करने के पहले, वह बड़ी संख्या…

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