Category: देश

गुरुग्राम का साहित्यिक गलियारा

डॉo सुरेश वशिष्ठ. गुरुग्राम मुझे याद आता है कि ओमप्रकाश आलोक, फूलचंद सुमन और रामानंद आनंद की तिगड़ी ने इस दिशा में अपना पहला कदम आगे बढ़ाया। हिंदी को प्रतिष्ठित…

सेक्टर-1 महाविद्यालय में हिन्दी एवं दूरदर्शन दिवस पर राज्य स्तरीय वेब संगोष्ठी का आयोजन

हिन्दी जनमानस की भाषा: डॉ. मिश्रा पंचकूला 15 सितंबर 2020। सेक्टर-1 स्थित राजकीय महाविद्यालय में हिन्दी और दूरदर्शन दिवस के अवसर पर मगलवार को हिन्दी और मीडिया विषय पर राज्य…

महाराष्ट्र : न तुम हारे , न हम हारे

-कमलेश भारतीय यदि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे या एक्ट्रेस कंगना रानौत के विवाद की बात करें तो अभी तक यही कहा जा सकता है कि न तुम हारे, न…

डिप्टी सीएम ने नए ऑरबिटल रेल कॉरिडोर की मंजूरी देने पर केंद्र का जताया आभार

इस रेल परियोजना से एनसीआर में नए औद्योगिक युग का होगा आगाज़ – दुष्यंत चौटाला नई दिल्ली/चंडीगढ़, 15 सितंबर। केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा में नई रेल लाइन को मंजूरी देने…

आईएएस की परीक्षा में हिंदी कोबढ़ावा दे सरकार:मुकेश शर्मा

गुरुग्राम।विश्व भाषा अकादमी (रजि.) के चेयरमैन मुकेश शर्मा ने यूपीएससी द्वारा ली जाने वाली आईएएस, आईपीएस आदि की परीक्षाओं में हिंदी को प्रोत्साहित करने की माँग की है।वे यहाँ विश्व…

लॉकडाउन में घर लौटने वाले प्रवासी मजदूरों का आँकड़ा न होना सरकार की प्राथमिकताओं का परिचायक

‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम ने केंद्र सरकार को संवेदनहीन बताते हुए प्रवासी मजदूरों और बेरोजगारों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। मॉनसून सत्र के पहले दिन…

बदनामी और बेइंसाफी में जंग

-कमलेश भारतीय यदि टी वी चैनल्ज की कवरेज देख कर कोई राय कायम करनी हो तो यह राय बनती है कि देश में खासतौर से महाराष्ट्र में बदनामी और बेइंसाफी…

हिंदी दिवस को श्राद्ध से न जोड़ा जाए : डाॅ मधुसूदन पाटिल

–कमलेश भारतीय हिंदी दिवस को श्राद्ध पक्ष से न जोड़ा जाए । शरद जोशी ने लिखा था कि श्राद्ध के दिनों में कौए को याद किया जाता है । ऐसे…

“हिन्दी आज रोजगार की भाषा बन चुकी है”

हिन्दी दिवस का आयोजन गुरुग्राम, 14 सितम्बर। “मन की भाषा, प्रेम की भाषा, हिन्दी है भारत जन की भाषा।“ ये विचार एसजीटी विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संकाय के…

हिंदी भाषा की लिपि में अंतर्निहित दार्शनिकता से कुछ तो सीखें

उमेश जोशी हिंदी दिवस पर ‘सुप्रभात’ के संदेश में हिंदी की महानता और वैज्ञानिकता को दर्शाती चार लाइनें मिली थीं। अपनी बात उन्हीं चार लाइनों से शुरू करता हूँ- “ऊँच-नीच…

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