Category: देश

साढ़े 13 करोड लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर कर दिया फिर देश में 80 करोड़ को हर माह 5 किलो मुफ्त राशन !

मोदी-भाजपा सरकार की साढे 13 करोड लोगों को गरीबी रेखा सेे बाहर निकालने व 80 करोड़ लोगों को हर माह 5 किलो मुफ्त राशन देने की दोनो बातों में एक…

राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा की आलोचना कर रहे शंकराचार्य ने अब बांधा पीएम मोदी की तारीफों का पुल

मोदी – भाजपा के विरोधी नहीं पीएम मोदी हार गए तो, दूसरी पार्टी राम मंदिर का प्रतिष्ठा का कार्य रोक देगी…’ पहले भी राजनीति से वास्ता रहा है शंकराचार्य का…

न्याय यात्रा की शुरुआत में गिरी विकेट ………

कमलेश भारतीय यह भी कमाल का मैच है! इधर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी ने न्याय यात्रा शुरू की और‌ उधर मुम्बई में क्रिकेट की तरह पहले ही…

कभी पशुपतिनाथ मंदिर में प्रवेश नहीं मिलने पर राजीव गांधी ने नेपाल से तल्ख कर लिए थे रिश्ते

अयोध्या से दूरी लेकिन सोनिया गांधी का मंदिरों से है रिश्ता पुराना अशोक कुमार कौशिक अयोध्या के राम मंदिर के उद्घाटन में कांग्रेस ने शामिल होने से मना कर दिया…

पुलिस पर विश्वास कम क्यों हो रहा है ? ……..

सरकार पुलिस सुधारों को लेकर गंभीर हो जाए तो पुलिस को एक मित्र के रूप में देखेंगे। यदि भारत के पुलिस बल की धारणा में सुधार करना है, तो औसत…

अमेरिका की बड़ी कंपनी करेगी हरियाणा में निवेश-विधायक नीरज शर्मा

दिल्ली-फरीदाबाद, 14 जनवरी 2024 – एनआईटी विधायक नीरज शर्मा ने दिल्ली में बिल सोमरसचिल्ड से मुलाकात की। बिल सोमरसचिल्ड अमेरिका की कीस्टोन निवेश कंपनी के प्रबंधक निदेशक है। कीस्टोन कैपिटल…

कौन हैं शंकराचार्य ? ……….. जानें भारत में कैसे शुरू हुई ये पंरपरा, क्या है इनका महत्व

ब्रह्मा के चार मुख और हर मुख से एक वेद की उत्पत्ति हुई, उसी प्रकार चार पीठ की स्थापना की शास्त्रों को सुरक्षित रखने के लिए 4 मठ यानी पीठों…

खतरे की घंटी ……….. एंटीबायोटिक का दुरुपयोग

एंटीबायोटिक प्रतिरोध दुनिया की सबसे जरूरी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। एंटीबायोटिक दवाओं का अत्यधिक उपयोग और दुरुपयोग एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रमुख कारक हैं। आम जनता, स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता…

राम मंदिर के राजनीतिकरण के ख़िलाफ़ संत, कहा- सब पीएम कर रहे हैं तो धर्माचार्य के लिए क्या रह गया

शंकराचार्य ने कहा, ‘विधिवत प्रतिष्ठा ना हो तो मूर्ति में भूत-प्रेत, पिशाच प्रतिष्ठित हो जाते हैं’ व्यासपीठ के साथ जो टकराता है, चारों खाने चूर-चूर हो जाता है ‘राम मंदिर…

मेरी यादों में जालंधर- भाग ग्यारह ……. अश्क और‌ मोहन राकेश के ठहाके….कुछ कदम आगे, कुछ कदम पीछे

-कमलेश भारतीय यादें भी क्या चीज़ हैं, जो आती हैं, तो आती ही जाती हैं । इनके आने का न‌ तो कोई सबब होता है और न ही कोई ओर-…

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