Category: देश

हिंदी के मुकाबले अंग्रेजी बोलते समय इतनी पॉलिश क्यों दिखाई देती है?

भारत ने स्थानीय भाषाओं में निवेश नहीं किया है, चाहे वह उच्च गुणवत्ता वाली स्कूली शिक्षा हो या कला और साहित्य में निवेश हो। यदि हम आज यह निवेश करते…

इंटरनेशनल पॉप सिंगर निवान चंदन शर्मा, समाजसेवी जतिन राठी और पूर्व सरपंच विजेंद्र सिंह आम आदमी पार्टी में शामिल

हरियाणा में बेरोजगारी और महंगाई से जनता त्रस्त : डॉ. सुशील गुप्ता अरविंद केजरीवाल की नीतियों पर बदलाव चाहती है प्रदेश की जनता : डॉ. सुशील गुप्ता सोनाली फोगाट हत्याकांड…

सोनाली फोगाट की हत्या की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी : गोवा सीएम प्रमोद सावंत

गोवा के सीएम ने कहा कि उन्हें राज्य पुलिस को पूरा भरोसा है, लेकिन सोनाली फोगाट के परिवार की लगातार मांग के चलते मामला सीबीआई को सौंपा जाएगा. इसके लिए…

माया सब को ठगती है इससे कोई नहीं बचता चाहे योगी हो या जोगी : हुजूर कंवर साहेब

जिसका विवेक जाग जाता है उसका धर्म मार्ग खुल जाता है गुरु को इस प्रकार पकड़ो कि वो आपके हृदय से ना निकल पाए भक्ति आसान नहीं है यह छठी…

वेदप्रकाश विद्रोही ने गृहमंत्री अनिल विज से पूछा कि क्या भाजपा संघी नागपुरिया की जरखरीद गुलाम नही है ?

गृहमंत्री अमित शाह का राहुल गांधी की शर्ट को लेकर तंज कसना बताता है कि राहुल गांधी द्वारा भारत जोडो यात्रा में उठाये जा रहे जनमुद्दों से भाजपा बुरी तरह…

दादा-दादी बिन हुआ……..

-डॉ सत्यवान सौरभ दादा बरगद-सा रखे, सौरभ सबका ध्यान।जिसे जरूरत जो पड़े, झट लाते सामान।। गाकर लोरीं रोज ही, करतीं खूब दुलार।दादी से घर में लगे, खुशियों का दरबार।। बुरे…

12 सितंबर – दादा-दादी दिवस…….दादा-दादी की भव्यता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।

–डॉ सत्यवान सौरभ दादा-दादी बच्चों के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं, जिनके साथ वे अपने रहस्यों को खुलकर साझा कर सकते हैं। दादा-दादी भगवान का एक उपहार है जिसे हमें…

कविकुभ शब्दोत्सव…….. लेखक होने के लिए जरूरी है अस्वीकृति का दंश

विचार के साथ लोचन भी खुली रखिए तभी मिलेगी सफलता : लीलाधर जगूड़ीएक्टर यशपाल शर्मा ने प्रदान किये स्वयंसिद्धा सम्मान –कमलेश भारतीय प्रसिद्ध एक्टर यशपाल शर्मा ने देहरादून की संस्था…

भारत जोड़ो या भारत देखो ,,,?

-कमलेश भारतीय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का यह चौथा दिन है । कुल एक सौ पचास दिन की यात्रा है जो कन्याकुमारी से शुरू हुई और कश्मीर जाकर…

क्या खेल में जीतना ही सब कुछ है और सभी का अंत है?

खेलों में बढ़ते दुर्व्यवहार और असहिष्णुता के लिए एक ही कारण को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है, सामाजिक जागरूकता की कमी और खेल भावना की समझ में कमी, बढ़ती…

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