गृहमंत्री अमित शाह का राहुल गांधी की शर्ट को लेकर तंज कसना बताता है कि राहुल गांधी द्वारा भारत जोडो यात्रा में उठाये जा रहे जनमुद्दों से भाजपा बुरी तरह से बौखला गई है : विद्रोही अमित शाह, जेपी नड्डा सहित भाजपा के सभी नेता भूल गए कि उनके नेता प्रधानमंत्री मोदीजी 10 लाख रूपये का सूट पहनकर विदेशी राष्ट्र अध्यक्ष से मिले थे : विद्रोही 11 सितम्बर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोडो यात्रा को विगत चार दिनों से मिले अपार जनसमर्थन से भाजपा बुरी तरह से बौखला गई है और इसी बौखलाहट में भाजपा का हर छोटा-बडा नेता अनाश-शनाप बयान दे रहा है। विद्रोही ने कहा कि लगता है कि राहुल गांधी के भारत जोडो यात्रा में आमजन का मिल रहा अपार प्यार व जनसमर्थन से भाजपा नेताओं का मानसिक संतुलन डगमगा गया है और उन्हे लोकसभा 2024 चुनावों में अपनी हार साफ दिख रही है, तभी तो वे आमजन के मुद्दे व कठिनाईयों पर विचार करने की बजाय राहुल गांधी पर असंगत आरोप लगाकर अपनी झेंप को मिटा रहे है। गृहमंत्री अमित शाह का राहुल गांधी की शर्ट को लेकर तंज कसना बताता है कि राहुल गांधी द्वारा भारत जोडो यात्रा में उठाये जा रहे जनमुद्दों से भाजपा बुरी तरह से बौखला गई है और तभी वे राहुल गांधी की शर्ट को विदेशी बतातर अपनी हताशा का प्रदर्शन कर रहे है जबकि अमित शाह, जेपी नड्डा सहित भाजपा के सभी नेता भूल गए कि उनके नेता प्रधानमंत्री मोदीजी 10 लाख रूपये का सूट पहनकर विदेशी राष्ट्र अध्यक्ष से मिले थे। मोदीजी इटली का बना डेढ़ लाख रूपये का चश्मा पहनते है, वहीं उनके द्वारो पहने जाने वाली विदेशी घड़ी की कीमत भी लाखों में है। प्रधानमंत्री मोदी जी दिन में 4-5 बार डेऊस बदलकर फैशन परेड करते रहते है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा असंगत मुददे उठाकर दुष्प्रचार व अफवाह की राजनीति करने की बजाय महंगाई, आर्थिक बदहाली, बेरोजगारी, पैट्रोल-डीजल, रसोई गैस के नाम पर लूट, सरकारी सम्पत्तियों को पंूजीपति मित्रों को बेचने के भ्रष्टाचार पर राहुल गांधी, कांग्रेस व विपक्ष के उठाये गए सवालों का जवाब देने से क्यों भाग रहे है? भारत जोडो यात्रा आज समय की मांग की है क्योंकि जिस तरह मोदी-भाजपा-संघ सत्ता दुरूपयोग से विगत 8ं सालों में देश में साम्प्रदायिक उन्माद व नफरत के जो जहरीली बीज बोते आ रहे है, उसके दुष्परिणाम अब सबके सामने है। आज देश धर्म के आधार पर ना केवल बट रहा है अपितु विभिन्न धर्मो, वर्गो, समुदायों में नफरत की खाई भी खुद रही है जो देश को तोड व बाट रही है। ऐसे माहौल में राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3570 किलोमीटर लम्बी पदयात्रा करके जो भारत को जोडने का सार्थक प्रयास कर रहे है, उसे साम्प्रदायिक उन्मादी संघी सहन नही कर पा रहे है। विद्रोही ने हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज के कांग्रेस को गांधी परिवार का गुलाम बताने की कठोर आलोचना करते हुए विज से पूछा कि क्या भाजपा संघी नागपुरिया की जरखरीद गुलाम नही है? क्या संघ-नागपुर की इच्छा के बिना भाजपा में ऊपर से नीचे तक पत्ता भी हिल सकता है? जो भाजपा संघ-नागपुर के गुलाम हो, उनसेे ऐसी ही भाषा की आशा की जा सकती है। Post navigation ‘फूफा’ के बाद अब… ‘थारी बेबे जिंदा है’, दिव्यांग महिला को मृत दिखा काटी पेंशन….किया अनोखा विरोध माया सब को ठगती है इससे कोई नहीं बचता चाहे योगी हो या जोगी : हुजूर कंवर साहेब