धन्ना भगत ने 608 साल पहले जो विचार दिए थे वो आज भी हम सभी के लिए महत्वपूर्ण: ओम प्रकाश धनखड़
साकार के सामने बैठकर निराकार से बात करने का सामर्थ्य रखते थे धन्ना भगत: धनखड़ संतों में है पत्थर में ईश्वर को प्रकट करने का सामर्थ्य: धनखड़ हरियाणा में पहली…
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साकार के सामने बैठकर निराकार से बात करने का सामर्थ्य रखते थे धन्ना भगत: धनखड़ संतों में है पत्थर में ईश्वर को प्रकट करने का सामर्थ्य: धनखड़ हरियाणा में पहली…
हुजूर कंवर साहेब महाराज ने कहा: भक्ति किसी जाति, स्थान, प्रदेश की मोहताज नहीं, भक्ति तो केवल सेवा और प्रेम मांगती हैं — बड़े बुजुर्गो की सेवा में सब देवताओं…
छह सौ वर्ष बाद भी प्रासंगिक है संत रविदास की समतामूलक समाज की क्रांतिकारी अवधारणा : डॉ ‘मानव’ भारत सारथी/कौशिक नारनौल। संत शिरोमणि रविदास महाराज की जयंती गांव रामपुरा में…
अधिकांश रविदासियां सिख धर्म का पालन करती हैं और श्री गुरु ग्रंथ साहिब में आस्था रखती हैं। रविदासियों का यह संप्रदाय मुख्य रूप से पंजाब के मालवा क्षेत्र में निवास…
हेमेन्द्र क्षीरसागर, पत्रकार, लेखक व स्तंभकार महान संत, दर्शनशास्त्री, कवि, समाज-सुधारक और ईश्वर के अनुयायी संत शिरोमणि रविदास के जन्म को लेकर सबकी अपनी-अपनी राय है। कुछ लोगों का मानना…
दिल्ली के तुगलकाबाद में संत रविदास मंदिर को तोड़कर बहुजन समाज की अस्मिता को बुलडोजर चलाकर कुचलने वाले भाजपा वालों को कोई अधिकार नहीं संतों की जयंती मनाने का पटौदी…
रविदास जी का रंग मोदी की झांझ, राहुल प्रियंका ने लिया काशी में चखा लंगर चुनाव के बीच गुरु रविदास जी की जयंती क्यों खास हो गई?मोदी से लेकर काग्रेसी,…
प्रभु जी तुम चंदन हम पानी, जाकी अंग अंग बांस समानीकबीर की तरह रैदास का भी संत कोटि के प्रमुख कवियों में विशिष्ट स्थान अशोक कुमार कौशिक हम सभी जानते…
डॉ मीरा सहायक प्राध्यापिका 14वीं सदी के समय को हिन्दी साहित्यिक जगत में मध्यकाल और भक्तिकाल कहा गया है। इस काल में साधु-सन्तों,ऋषि-मुनियों,योगियों-महर्षियों आदि महामानवों ने जन्म लिया और इन…