Tag: एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र

संसार में मृत्यु: अटल सत्य और मानवीय मृत्यु का अनसुलझा रहस्य

मानवीय मृत्यु एक अनसुल्झी पहेली बनी हुई है – शरीर से आखिर ऐसा क्या निकल जाता है कि शरीर निर्जीव हो जाता है – एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं सृष्टि की…

नीति आयोग की रिपोर्ट 2025 : उधारकर्ताओं से निर्माणकर्ताओं तक

– भारत के वित्तीय विकास में महिलाओं की विशेष भूमिका महिलाओं में वित्तीय जागरूकता में 42% की वृद्धि भारत की आर्थिक वृद्धि व प्रगति में महिला कामकाजी पेशवारों की प्रतिभा…

व्हाइट हाउस में ट्रंप-जेलेंस्की की ऐतिहासिक भिड़ंत – “स्टुपिड प्रेसिडेंट, गेट आउट” शब्दों से दुनिया स्तब्ध!

व्हाइट हाउस में पहली बार हाई-वोल्टेज ड्रामा – जेलेंस्की और ट्रंप कैमरे के सामने भिड़े, पूरी दुनिया हैरान! दुनियाँ के इतिहास में पहली बार मेज़बान व मेहमान राष्ट्रपति ऑन द…

लक्ष्मी का वरदान हैं बेटियां, घर की शान हैं, बेटियां सरस्वती का मान हैं बेटियां …… धरती पर भगवान हैं

लिंग चयनात्मक गर्भपात पर जीरो टॉलरेंस की आवश्यकता बेटे को प्राथमिकता देने की परंपराओं को समाप्त कर, सभी लिंगों के लिए समान अधिकारों को बढ़ावा देने को प्राथमिकता देना ज़रूरी…

महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025: महाकुंभ में अमृत स्नान जैसा महासंयोग

महाशिवरात्रि पर महाकुंभ संगम स्नान कई माइनों में अहम होने की मान्यता है, इस दिन सात ग्रहों के परेड से विश्व में शांति सद्भाव व खुशहाली होगी – एडवोकेट किशन…

रूस-यूक्रेन शांति वार्ता सऊदी अरब के रियाद में शुरू: यूरोपीय संघ व यूक्रेन की अनुपस्थिति से हड़कंप, भारत को संभावित लाभ

अमेरिकी राष्ट्रपति की नीतियाँ और रूस-यूक्रेन युद्ध पर ध्यान केंद्रित भारत की विकासशील अर्थव्यवस्था तेल आधारित है, शांति समझौते से रूस पर लगे प्रतिबंध हटेंगे तो भारत को बहुत फायदा…

भ्रष्टाचार और विभागों की मलाई पर तकरार: सरकारी मंत्रालयों में घोटाले और उनके आर्थिक प्रभाव

भ्रष्टाचार केवल सरकारी योजनाओं ऑफीसरों बाबुओं द्वारा रिश्वत लेना ही नहीं,बल्कि स्वार्थ सिद्धि द्वारा किया गया हर गलत आचरण ही भ्रष्टाचार है – एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं भ्रष्टाचार: एक गंभीर…

मनुष्य में अनमोल गुणों का भंडार – हम सफलताओं का हर दिन एक नया इतिहास रच सकते हैं

मानवीय जीव में जन्म से ही भरपूर कौशलताएं समाई हुई है बस पहचान कर निखारने की ज़रूरत – एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं मनुष्य को भगवान ने इस पृथ्वी पर सबसे…

बात का बतंगड़, तिल का ताड़, राई का पहाड़ : एक गहरी समझ

सभाओं में बातों के मूल विषय को अपने फायदे के अनुसार तोड़ मरोड़कर उसका भाव या अभिप्राय बदलने से बचने की ज़रूरत – एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं आजकल समाज में…

सदनों की कार्रवाही का सीधा प्रसारण का संज्ञान लिया जाए : संसद हुल्लड़ की जगह नहीं, बल्कि लोकतंत्र का मंदिर है

जनप्रतिनिधियों की सदनों में लगातार अव्यवस्था का बढ़ना राष्ट्रीय चिंता का विषय है लगातार कई संसद सत्रों के हंगामे की भेंट चढ़ने से जनता का विश्वास घटा- सत्ता पक्ष व…

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