Tag: दूरदर्शन के पूर्व समाचार निदेशक अजीत सिंह

वानप्रस्थ में  हरियाणवी गीतों से कन्या वंदन ………. गहलावत दंपत्ति ने पोती का जन्मदिन मनाया

अजीत सिंह हिसार । जून 13 – वरिष्ठ नागरिकों की संस्था वानप्रस्थ की बुधवारी बैठक में हरियाणवी लोकसंगीत की विभिन्न विधाओं की धूम रही। सांग, रागनी, बम्ब लहरी, आल्हा, भजन,…

आर्थिक, व्यापारिक, क्षेत्रीय और राजनीतिक स्वार्थ बन रहे हैं पर्यावरण संरक्षण में बाधा, संयुक्त राष्ट्र संघ ने पत्रकारों के कंधों पर डाली जिम्मेदारी: धर्मपाल ढुल

हिसार, 9 मई – “पर्यावरण प्रदूषण के कारण जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता की हानि और वायु प्रदूषण तीनों दुनिया के लिए बड़े संकट हैं । इनके बारे में आर्थिक, व्यापारिक,…

डिजिटल टेक्नोलॉजी ने मानव का कान हाथी का कान बना दिया

डिजिटल मीडिया सूचना महामारी को जन्म दे रहा है, डॉ प्रज्ञा ने बताए बचाव के सूत्र हिसार, 19 मई। मीडिया विशेषज्ञ डॉ प्रज्ञा कौशिक ने डिजिटल मीडिया के व्यापक दुष्प्रभावों…

सफल जीवन का मूल मंत्र है, माफ करो और भूल जाओ ;
   वानप्रस्थ की गोष्ठी में चर्चा

वीना भारद्वाज को वीना अग्रवाल बनने में दो साल का कठिन समय लगा। अजीत सिंह हिसार, 10 नवम्बर। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत उनके पिता उनका विवाह अग्रवाल परिवार में नहीं…

व्यंग्य व्यथा : किस्सा हरफूल, मनफूल और एक खूंखार कुत्ते का ….

अजीत सिंह…………… पूर्व समाचार निदेशक, दूरदर्शन हिसार हरफूल सिंह और मनफूल सिंह को जूनियर बेसिक शिक्षक के रूप में हरियाणा के फतेहाबाद जिले में एक दूरदराज गांव के सरकारी स्कूल…

सफाई के बिना कोई बस्ती शहर नहीं बन सकती, सफाई कर्मचारियों से संवाद व सहयोग ज़रुरी : अशोक गर्ग

अजीत सिंह हिसार। मई 23 – सफाई की समुचित व्यवस्था के बिना कोई बस्ती शहर नहीं बन सकती और सफाई कर्मचारियों से संवाद और उनके सहयोग के बिना यह काम…

प्यार और कुर्बानी के इलावा मां के मसलों को भी याद करें – वानप्रस्थ

अजीत सिंह हिसार। मई 9. – मैं सीता नहीं बनूंगी, किसी को अपनी पवित्रता का प्रमाण पत्र नहीं दूंगी , आग पर चल कर….. मैं राधा नहीं बनूंगी, किसी की…

लता को श्रद्धांजलि उन्ही के गीतों से, वानप्रस्थ में कार्यक्रम

अजीत सिंह हिसार. 7 फरवरी। मुंबई में जब लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थी, तो हिसार में वरिष्ठ नागरिकों की संस्था वानप्रस्थ द्वारा उन्हें उन्ही के…

27 साल पहले 26 जनवरी की यादें, जम्मू में फटे थे तीन बम; 8 नागरिकों की मृत्यु, राज्यपाल बाल बाल बचे थे।

अजीत सिंह वर्ष 1995 में जम्मू के मौलाना आज़ाद स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल, जनरल केवी कृष्णराव को मारने के उद्देश्य से आतंकवादियों द्वारा…

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