शहीद किसानों को श्रद्धांजलि : सिरसा से शुरू हुई कलश यात्रा कल पहुंचेंगी कितलाना टोल पर। भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते अन्नदाता एक वर्ष से सडक़ों पर : आंदोलनरत किसान चरखी दादरी जयवीर फोगाट 19 अक्तूबर, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से सिरसा से शुरू की गई कलश यात्रा 21 अक्तूबर को कितलाना टोल पर पहुंचेंगी। इस दौरान टोल पर भारी संख्या में किसान उपस्थित होंगें तथा किसानों के हकों की आवाज उठाते हुए शहीद हुए किसानों को श्रद्धाजंलि देंगे। यह बात आज कितलाना टोल पर जारी किसानों के धरने को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कही। भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते आज देश भर का अन्नदाता सडक़ों पर बैठने को मजबूर है, लेकिन सरकार फिर भी किसानों की मांग मानने की बजाए पूंजीपतियों के हकों के बारे में सोच रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों पर जुल्म करने के मामले में तो अंग्रेजों से भी आगे निकल गई। लखीमपुर खीरी में जिस तरह से किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर उन्हे कुचलने का काम किया है, वह पूरी तरह से सोची-समझी साजिश थी। किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 11 माह से आंदोलनरत्त है। इस दौरान किसान अनेकों तरह से अपनी मांग सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर चुके है, लेकिन सरकार किसानों की मांग मानने को तैयार नहीं। उन्होंने कहा कि पिछले 11 माह के आंदोलन के दौरान सैंकड़ों किसानों की मौत हो चुकी है, इसके बावजूद भी सरकार अपनी बात पर अड़ी हुई है। उन्होने कहा कि सरकार किसानों पर कितने भी जुल्म कर लें लेकिन अपनी मांग पूरी होने तक किसान शांतिपूर्वक अपना आंदोलन जारी रखेंगे। इस अवसर पर श्योराण खाप से बिजेंद्र बेरला, चौगामा खाप से मीरसिंह निमड़ीवाली, किसान सभा से ईश्वर सिंह दातोली, रणधीर घिकाड़ा, सूरजभान प्रधान, सुरेंद्र कुब्जानगर, राजकुमार हड़ौदी, प्रेम थानेदार, सुरेंद्र, सुरेश डोहकी, सत्यवान मिर्च, बलजीत मानकाश, सुरेश, स्योनारायण, कंंवर सैन सांगवान, कमल झोझू, कृष्ण अखतारपुरा, सत्यवीर, सरपंच समुंद्र, रामानंद, राजू गौरीपुर, कमल प्रधान, बलबीर बजाड़, राजबीर बोहरा सहित अनेक किसान मौजूद रहे। Post navigation कृषि कानूनों को रद्द करवाने व लखीमपुर खीरी में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर ट्रैक पर बैठे किसान डीएपी खाद को लेकर किसानो ने मंडी गेट पर जड़ा ताला, सरकार और प्रशासन के खिलाफ किया रोष प्रदर्शन