कितलाना टोल पर धरने के 293वें दिन किसानों ने जताया रोष,
 केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी की रखी मांग

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

13 अक्टूबर – संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दशहरे के दिन कितलाना टोल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पुतले दहन किये जाएंगे। इस बात का ऐलान सांगवान खाप के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई ने आज किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और हरियाणा सरकार में सत्ता के शीर्ष पर बैठे हुक्मरान अहंकार में भरे बैठे हैं। लेकिन वे भूल रहे हैं कि गुरुर तो रावण का भी नहीं चला था। उन्होंने कहा कि वैसे तो त्यौहार घर पर मनाए जाते हैं पर सत्ताधारी लोगों ने आम जनता को सड़कों पर पर्व मनाने के लिए विवश कर दिया है।

जाटू खाप के सूबेदार सतबीर सिंह धनाना ने कहा कि आम जनता बेहद तंगी के दौर से गुजर रही है। बढ़ती महंगाई ने जहां आम आदमी का जीवन दूभर कर दिया है वहीं डीएपी की कमी और फसलों के पुरे दाम न मिलने के कारण किसान और मजदूरों के आगे भूखे मरने की नौबत आ गई है। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी वर्ग को राहत नहीं दे रही है अलबत्ता इस तरह की नीतियां बना रही है जिसका सीधा फायदा सिर्फ महापूंजीपतियों को हो रहा है। उन्होंने कहा कि जनता यह सब सहन करने वाली नहीं है। यही वजह है कि सब लोग मिलकर किसान आंदोलन को मजबूती देने पर जुटे हैं और यह आंदोलन जन आंदोलन बन गया है।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर धरने के 293वें दिन सांगवान खाप चालीस के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, चौधरी छोटूराम डॉ भीमराव आंबेडकर मंच के बलबीर बजाड़, जाटू खाप के सूबेदार सतबीर सिंह धनाना, चौगामा खाप के रणसिंह नीमड़ीवाली,  युवा कल्याण संगठन के कमल सिंह प्रधान, महिला नेत्री प्रेम शर्मा कितलाना, विद्या देवी, रतन्नी देवी, चंद्रकला ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने लखीमपुर खीरी कांड में संलिप्तता के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्र की बर्खास्तगी की मांग करते हुए कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार के इशारे पर यूपी सरकार ढील बरत रही है जिसे सहन नहीं किया जाएगा।

धरने का मंच संचालन गंगाराम श्योराण ने किया। इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, सुरेंद्र कुब्जानगर, राजकुमार हड़ौदी, प्रोफेसर जगमिंद्र, रणबीर छपार, कप्तान रामफल, चंद्र सिंह पैंतावास, सुरेश डोहकी, नंदलाल अटेला, यादवेंद्र शर्मा, शब्बीर हुसैन, सुरेश, श्योनारायण मानकावास, लवली सरपंच, रामफल छपार, प्रेम थानेदार, कमल झोझू, नरेंद्र घणघस, महाबीर धनाना, सुल्तान खान, जयप्रकाश प्रजापत, सूबेदार सत्यवीर कितलाना इत्यादि मौजूद थे।

error: Content is protected !!