शहर के विकास का नया खाका तैयार किया जाए

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

 12 अक्तूबर,राजस्व विभाग की अदालतों में अब मामलों का निपटारा करने की गति बढ़ाई जाए। कोविड लॉकडाऊन की वजह से पहले ही इन मामलों का समाधान करने में देरी हो चुकी है। इसलिए अब प्रशासनिक अधिकारी शीघ्रता से रेवेन्यू केसों का निपटान करें।

रोहतक मंडल के आयुक्त पंकज यादव ने आज लघु सचिवालय सभागार में अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए ये निर्देश दिए। इस बैठक में दादरी के उपायुक्त प्रदीप गोदारा, एसडीएम डा. विरेंद्र सिंह, बाढड़ा एसडीएम शंभू राठी व जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुशल कटारिया भी उपस्थित रहे। कमिश्नर ने आदेश दिए कि महीने में जितने केस रेवेन्यू कोर्ट में दायर हो रहे हैं, उनसे दुगुने मामलों में फैसला सुनाकर उनका निपटारा किया जाए। इन केसों को अधिक समय तक लंबित ना रखा जाए। पंजाब रेवेन्यू एक्ट 1887 के तहत सम्मन तामील करवाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश देते हुए आयुक्त ने कहा कि सम्मन तामील करवाते समय गांव के नंबरदार, मौजिज व्यक्ति के साइन करवाए जाएं व उनके फोन नंबर आदि लिखित में लिए जाएं। कोई व्यक्ति सम्मन को लेने से इंकार करता है तो उसके घर के मेन गेट पर इसे चस्पां किया जाए। उसके बाद ही रजिस्टर्ड डाक भेजी जानी चाहिए।

मंडल आयुक्त पंकज यादव ने कहा कि अनाचार, पॉक्सो एक्ट, महिला पर अत्याचार, अनुसूचित वर्ग के विरूद्घ अपराध आदि के मामलों की उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, जिला न्यायवादी निरंतद समीक्षा करें और नियमानुसार पीडि़तों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।

अधिकारियों की ओर से जांच में यह सुनिश्चित किया जाए कि मामले की हकीकत को अदालत की पटल पर आए। जिससे कि सही मजलूम को न्याय दिलवाया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में अब आर्थिक सहायता व अन्य मदद का और अधिक विस्तार कर दिया गया है। आयुक्त ने कहा कि संपत्ति की विरासत, रजिस्ट्री आदि मामलों में जमीन का  इंतकाल तत्परता से किया जाए। इसमें देरी ना करें।

मंडल आयुक्त ने कहा कि जिला के 21 गांवों में चकबंदी  होनी है। इस कार्य को उपायुक्त की देखरेख में जल्दी पूरा किया जाए। उन्होनें कहा कि दादरी नगरपरिषद 10-12 साल आगे के भविष्य के लिए शहर की विकास योजना का एक प्रारूप तैयार करे। रोहतक बाईपास रोड पर डंपिंग स्टेशन के आसपास वृक्षारोपण किया जाए। पार्कों का सौंदर्यकरण होना चाहिए और बाजार भी सुसज्जित दिखाई देने चाहिए।

उन्होंने कहा कि नगरपरिषद भूकंप, जलभराव, महामारी, दमकल आदि को लेकर अपनी एक आपदा प्रबंधन कार्ययोजना भी तैयार करे। बैठक में जिला के प्रमुख विकास कार्यों, फसल की खरीद, स्वच्छता अभियान, मनरेगा आदि को लेकर भी चर्चा की गई।

इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी सतीश यादव, जिला न्यायवादी एके जागलान, जिला विकास एवं पचंायत अधिकारी कंवरदमन सिंह, उपपुलिस अधीक्षक जोगेंद्र सिंह, योजना अधिकारी दीवान सिंह, एपीओ रामनिवास, कार्यकारी अभियंता वेदपाल सांगवान, सोमबीर दहिया, जिला शिक्षा अधिकारी जेपी सभ्रवाल, नगरपरिषद सचिव प्रशांत पाराशर, डा. आशीष मान, डा. गौरव भारद्वाज, बीडीपीओ रोशनलाल श्योराण, सुभाष शर्मा, नायब तहसीलदार अंकित शर्मा, आरटीए ऑफिस से किशोर कुमार, महेंद्र शर्मा, गुलशन, योगेश, नितिन इत्यादि उपस्थित रहे।

error: Content is protected !!