चरखी दादरी जयवीर फोगाट

12 अक्तूबर – संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज कितलाना टोल पर शहीद किसान दिवस मनाया गया इस दौरान 2 मिनट का मौन रखकर लखीमपुर खीरी कांड के शहीदों के साथ आंदोलन में शहादत देने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी गई। हमारे शहीद अमर रहे के नारे लगाते हुए वक्ताओं ने कहा कि किसान आंदोलन में शहादत देने वाले किसानों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी और देर सवेर केंद्र सरकार को तीनों काले कानून रद्द करते हुए एमएसपी की गारंटी देनी होगी। उन्होंने कहा के हम हमारी फसल और नस्ल बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और किसी कीमत पर इसमें पीछे नहीं हटेंगे।उन्होंने कहा कि केंद्र के साथ हरियाणा सरकार भी किसानों के साथ कुठाराघात करने में पीछे नहीं है। उन्होंने कहा कि बुआई के समय डीएपी की किल्लत ने किसानों की परेशानी और बढ़ा दी है। उनके अनुसार किसान को उसकी फसल के पूरे दाम नहीं मिल पा रहे हैं। सरकार द्वारा बाजरे की भावांतर योजना को लेकर किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। सरकार ने किसानों से वायदा किया था कि उसकी बाजरे की फसल का एक-एक दाना एमएसपी पर खरीदा जाएगा लेकिन अब सरकार ने मुंह मोड़ लिया है और बाजार में जो कीमत मिल रही है वह नाकाफी है। भावांतर मिलने के बाद भी उसे घाटा उठाना पड़ रहा है जिसकी भरपाई करना सरकार का नैतिक दायित्व बनता है।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर धरने के 292वें दिन सांगवान खाप चालीस के सुरजभान सांगवान, श्योराण खाप के बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप के अत्तर सिंह, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, चौधरी छोटूराम डॉ भीमराव आंबेडकर मंच के गंगाराम श्योराण, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह जताई, सुखदेव पालवास, महिला नेत्री अन्तरकौर, संतरा, रतन्नी, विद्या डोहकी, प्रेम शर्मा कितलाना, प्रियंका दिल्ली ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि लखीमपुर में शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे किसानों पर निर्दयता से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने गाड़ी चढ़ा दी लेकिन दुर्भाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दर्दनाक हादसे के बारे में एक शब्द तक नहीं बोला जो उनकी संकुचित सोच को दर्शाता है।

धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। इस अवसर पर मास्टर ताराचंद चरखी, सुरेंद्र कुब्जानगर, राजकुमार हड़ौदी, धर्मेन्द्र छपार, प्रोफेसर जगमिंद्र, रणबीर छपार, कप्तान रामफल, चंद्र सिंह पैंतावास, सुरेश डोहकी, नंदलाल अटेला, यादवेंद्र शर्मा, शब्बीर हुसैन, पूर्व सरपंच राजकरण, निर्मला पांडवान, रत्तन कलाली, कंवरशेर चंदेनी, बलजीत मानकावास, बलमेन्द्र गिरदावर, संतोष देशवाल, सूबेदार सत्यवीर, पोपी कालुवाला इत्यादि मौजूद थे।

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