केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा और हरियाणा के मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने के साथ दोषियों पर 302 का मुकदमा दर्ज करने की राष्ट्रपति से मांग चरखी दादरी जयवीर फोगाट 04 अक्तूबर – उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में उपमुख्यमंत्री के दौरे का विरोध कर रहे किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर कुचलने को लेकर आज किसान-मजदूरों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने रोज गार्डन से लेकर परशुराम चौक होते नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय तक जोरदार प्रदर्शन किया और तीन घंटे तक धरना दिया। जिसके बाद उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित अपनी मांगों का ज्ञापन एसडीएम डॉ वीरेंद्र को सौंपा। इस बीच किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। किसानों ने कहा कि कल 3 अक्टूबर, 21 को लखीमपुर खीरी में 10 किसानों को रौंदकर दिनदहाड़े उनकी बर्बर हत्या करने की घटना से पूरा देश क्षुब्ध है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी के बेटे और उसके गुंडे साथियों ने जिस बेखौफ तरीके से यह कातिलाना हमला किया वह उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार की एक गहरी साजिश दिखाता है। अजय मिश्रा पहले ही किसानों के खिलाफ भड़काऊ और अपमानजनक भाषण देकर इस हमले की भूमिका बना चुके थे। यह संयोग नहीं कि उसी दिन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सार्वजनिक तौर पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को किसानों के खिलाफ लट्ठ उठाने और हिंसा करने के लिए उकसा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना से यह साफ हो जाता है संवैधानिक पदों पर बैठे ये व्यक्ति अपने पद का उपयोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे अन्नदाता के विरुद्ध सुनियोजित हिंसा के लिए कर रहे हैं। यह कानून, संविधान और देश के प्रति अपराध है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय राज्य गृह मंत्री अजय मिश्र टेनी को तुरंत अपने पद से बर्खास्त किया जाए और उनके विरुद्ध हिंसा उकसाने और सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने का मुकदमा दायर किया जाए। वहीं मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा मोनू और उसके साथी गुंडों पर तुरंत 302 का मुकदमा दर्ज हो और उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए। इस वारदात की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक एसआईटी द्वारा की जाय। उनके अनुसार संवैधानिक पद पर रहते हुए हिंसा के लिए उकसाने के दोषी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को उनके पद से बर्खास्त किया जाए और उनपर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए। उनके साथ बैठे प्रदेश के कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल और भाजपा प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष सुखविंद्र मांढी पर 120 बी के तहत मामला दर्ज हो। इससे पहले लघु सचिवालय में करीब दो घंटे तक धरना जारी रहा जिसे दादरी से निर्दलीय विधायक और सांगवान खाप चालीस के प्रधान सोमबीर सांगवान, फौगाट खाप के प्रधान बलवन्त नम्बरदार, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, इमलोटा सतगामा के ओमप्रकाश कलकल, पंवार खाप के मास्टर महाबीर, चिड़िया पंचगामा के राजबीर शास्त्री, किसान नेता राजू मान, पूर्व विधायक धर्मपाल सांगवान, नृपेंद्र मांढी, रामकुमार कादयान, कमलेश भैरवी, रणधीर कुंगड़, सुशील धानक, बार के प्रधान सुरेंद्र मेहड़ा, रणधीर घिकाड़ा, आचार्य देवी सिंह, अत्तर सिंह, सुरजभान सांगवान, विनोद मोड़ी, बलजीत फौगाट, शमशेर फौगाट, इन्द्रजीत कोहलावास, कृष्ण फौगाट, इनेलो नेता सत्यवान शास्त्री, सुरेश फौगाट, नितिन जांघू, जयभगवान मस्ताना, सत्या लेघा, धर्मपाल, पूर्व सरपंच राजकरण, जगदीश हुई, मास्टर कर्ण सिंह, डॉ ओमप्रकाश, धर्मेन्द्र छपार, उदयवीर, सुरेन्द्र बॉबी, जयसिंह कटारिया,अधिवक्ता आंनद सिंह, नवीन बखेता, सोनू टिकान, धर्मबीर मानकावास, चांद, मंदीप सरपंच, पूर्व सरपंच अशोक ढाणी इत्यादि मौजूद थे। Post navigation जजपा-भाजपा और कांग्रेस को छोड़ बादल के ग्रामीणों ने आम आदमी पार्टी में जताया विश्वास सरकार के भाईचारे में फुट डालने के प्रयासों का मुंहतोड़ देंगे जवाब, अहिंसा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे : सोमबीर सांगवान