कितलाना टोल पर धरने के 283वें दिन भानगढ़ के मृतक किसान परमेन्द्र यादव के लिए मुआवजे की उठी आवाज चरखी दादरी जयवीर फोगाट 03 अक्तूबर, लोकसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता से ढेरों झूठे वायदे कर सत्ता हासिल की लेकिन सबसे बड़ा छल देश के किसान- मजदूरों के साथ किया है। ये आरोप दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप सांगवान चालीस के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि आज इतना बड़ा मुकाम हासिल करने के बाद झूठ पर झूठ बोलकर नरेंद्र मोदी पद की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं और बेहद शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे पवित्र किसान आंदोलन को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बाजरे के एक एक दाना की एमएसपी पर खरीद करनी होगी वर्ना संयुक्त किसान मोर्चा कड़े कदम उठाने पर मजबूर होगा।चौधरी छोटूराम डॉ भीमराव आंबेडकर विचार मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण ने कहा कि जलभराव से फसल खराब होने और सरकार द्वारा बाजरे की एमएसपी पर खरीद से पीछे हटने के बुरे परिणाम देखने को मिल रहे हैं। भिवानी जिले के भानगढ़ गांव में एक किसान परमेन्द्र यादव को लगातार दूसरे साल फसल खराब होने पर आर्थिक रूप से दवाब बनने पर अपनी जान देनी पड़ी है। उन्होंने अध्यक्ष मंडल की ओर से प्रशासन से मृत किसान के परिजनों को 25 लाख मुआवजा और एक रोजगार देने की मांग की। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर धरने के 283वें दिन सांगवान खाप चालीस के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह जताई, चौगामा खाप के यादवेंद्र शर्मा, गंगाराम श्योराण, सुभाष यादव, सज्जन कुमार सिंगला, ओमप्रकाश दलाल, महिला नेत्री विद्या देवी, रतन्नी डोहकी, फुला देवी, प्रेम शर्मा ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि धान खरीद शुरू होना किसानों की बड़ी जीत है अब अगला लक्ष्य बाजरे की एमएसपी पर खरीद करवाने के साथ खराब फसलों की गिरदावरी करवाना है।इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, राजू मान, सुरेंद्र कुब्जानगर, कमल प्रधान, प्रोफेसर जगमिंद्र सांगवान, लवली सरपंच, राजबीर बोहरा, संजय मानकावास, सत्यवान प्रधान, रमेश, ईश्वर, राजबीर, क्रांति, मुकेश तोशाम, पूर्व सरपंच महेंद्र बिंद्राबन, जगदीश झोझू, महिपाल आर्य, शमशेर सांगवान, शब्बीर हुसैन, सूबेदार सत्यवीर, सुल्तान खान, इत्यादि मौजूद थे। Post navigation अप्रासंगिक बन गई है आजादी, निरकुंश सत्ता का नंगा नाच : राजू मान सन्तों की शरण में जाने से हमारे दिलों में “दया और प्रेम” बढेंगा जो “भक्ति का मूल है” : कंवर साहेब जी महाराज