कितलाना टोल पर धरने के 280वें दिन बाजरे की खरीद का मुद्दा गुंजा

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

30 सितंबर, हरियाणा सरकार भी केंद्र सरकार के पद चिन्हों पर चल पड़ी है और किसानों को परेशान करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रही है। यह आरोप जाटू खाप के सचिव मास्टर राजसिंह ने कितलाना टोल पर धरने को संबोधित करते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार कहती कुछ है और करती कुछ और है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बाजरे को भावांतर योजना में शामिल करके एक तरीके से बाजरे की खरीद से हाथ खड़े कर दिए हैं।

किसान नेता यादवीरेंद्र शर्मा ने कहा कि किसानों का दुर्भाग्य है कि उसने सरकार पर विश्वास करके बाजरे की बिजाई की लेकिन अब जब बाजरा मंडी में बेचने की बात आई तो सरकार ने खरीद से पीछे हटते हुए उसे भावांतर में शामिल कर दिया और उसमें भी कई तरह की शर्तें थोप दी गई हैं। उन्होंने कहा कि इन शर्तों से बहुत से किसान बाजरे को एमएसपी पर बेचने से वंचित रह जाएंगे जिससे उन पर बड़ी आर्थिक चोट पड़ेगी उन्होंने कहा कि किसान और मजदूर इस ज्यादती को सहन नहीं करेंगे और सरकार ने इस बारे में जल्द ठोस कदम नहीं उठाए तो जिला पर बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर  कितलाना टोल पर धरने के 280वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप से, किसान सभा से रणधीर कुंगड़, जाटू खाप से मास्टर राजसिंह, सुभाष यादव, बलबीर बजाड़, छाजूराम, मीरसिंह नीमड़ीवाली, निम्बो देवी, चंद्रकला, फुला देवी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि तीन काले कानूनों के खिलाफ किसानों का संघर्ष निर्णायक दौर में है और जीत हासिल करके रहेंगे।

इस अवसर पर सुखदेव पालवास,  मास्टर ताराचंद सांगवान, सुरजभान सांगवान, राजकुमार हड़ौदी, आजाद सिंह अटेला, सुरेंद्र कुब्जानगर, मुन्ना पंडित, सुल्तान खान, जगदीश हुई, ईश्वर कोंट,  प्रताप सिंहमार, सुरेश डोहकी, अत्तर सिंह, धर्मबीर, सूबेदार मानसिंह, धर्मपाल हड़ौदी, बुज्जन जांगड़ा,  मास्टर जोगेंद्र, मास्टर जयप्रकाश गौरीपुर, शब्बीर हुसैन, सूबेदार सत्यवीर इत्यादि मौजूद थे।

error: Content is protected !!