भिवानी- दादरी जिले में 3 जगह रोकेंगे रेल, 25 रोड़ होंगे जाम : राजू मान
बंद में सेना, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, स्कूल बसों को दिया जाएगा रास्ता

चरखी दादरी, जयवीर फोगाट

26 सितंबर, केंद्र सरकार की हठधर्मिता के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा की अपील पर सोमवार को सुबह 6 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक भारत बंद को लेकर सभी संगठन एकजुट हो गए हैं और इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है। यह बात किसान नेता राजू मान ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चित कालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इलाके की तमाम खापें, सामाजिक, किसान, मजदूर, व्यापारी और कर्मचारी संगठनों ने एकजुटता दिखाते हुए जनसहयोग से बंद को कामयाब करने का बीड़ा उठा लिया है। हर वर्ग में बंद को लेकर भारी उत्साह है।

दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप सांगवान चालीस के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कहा कि तीनों काले कानून बनाने के पीछे सरकार का मकसद अंबानी और अडानी जैसे बड़े औधोगिक घरानों को लाभ पहुंचाना है और ये असलियत देश की आम जनता के सामने उजागर हो गई है। यही वजह है कि किसानों के साथ मजदूर, कर्मचारी और व्यापारी भी इस जुल्म के विरुद्ध उठ खड़े हुए हैं। निश्चित तौर पर सरकार को तीनों काले कानून वापिस लेने ही होंगे। उन्होंने भारत बंद को शांतिपूर्वक ढंग से कामयाब करने की अपील की।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर  कितलाना टोल पर धरने के 276वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप से राजू मान, फौगाट खाप से धर्मपाल खातीवास, किसान सभा से रणधीर कुंगड़, दिलबाग ढुल, जाटू खाप से मास्टर राजसिंह, सुभाष यादव,  मुन्नी देवी, राजबाला कितलाना, विद्या देवी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि दादरी जिले में फतेहगढ़ रेल रोकी जाएगी, रावलधी बाईपास, समसपुर बाईपास, लोहारू चौक, चिड़िया मोड़, महेंद्रगढ़ मोड़, आदमपुर, बिरही, अटेला, बाढड़ा,  काकड़ोली हुक्मी, मोरवाला टोल में रोड़ जाम किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि भिवानी जिले में बवानीखेड़ा और कालुवास फाटक पर रेल रोकी जाएगी साथ में लोहारू, जुई, सिवानी, बहल, तोशाम, मिरान, ईशरवाल, बवानी खेड़ा, प्रेमनगर, धनाना, बामला, कालूवास मोड़ पर जाम रहेगा। 

धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर मास्टर ताराचंद सांगवान, सुरजभान सांगवान, आजाद सिंह अटेला, सुरेंद्र कुब्जानगर, नरेंद्र घनघस, रणधीर घिकाड़ा, रामकिशन चरखी, जगदीश हुई, जयपाल जांगड़ा, सुल्तान खान, सूबेदार सत्यवीर, संतरा, कृष्णा, मामकौर, बिमला, शमशेर सांगवान, जगदीश झोझू, प्रेम थानेदार, डॉ राजू गौरीपुर इत्यादि मौजूद थे।

error: Content is protected !!