चरखी दादरी जयवीर फोगाट 17 सितंबर – संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित 27 सितंबर को किसानों की मांगों के लिए मुक्कमल बंद किया जाएगा। इस बंद में देश की 10 ट्रेड यूनियने, मजदूरों व कर्मचारियों के संगठन शामिल होगे। यह बात कितलाना टोल पर जारी धरने को सम्बोधित करते हुए सांगवान खाप चालीस के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई ने कही। उन्होंने कहा कि बंद करना उनका शौक नहीं है, बल्कि केन्द्र सरकार किसानों की जायज मांगों की उपेक्षा करके उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर कर रही है। धरने को भारतीय किसान यूनियन घासीराम नैन के राज्य प्रधान जोगेन्द्र नैन ने सम्बोधित करते हुए कहा कि दिल्ली बार्डरों पर रास्ता किसानों ने नहीं रोका, बल्कि किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए हरियाणा व केन्द्र सरकार ने रोका है, वे चौ० घासीराम नैन की चोथी पुण्य तिथि नरवाना में मनाए जाने के अवसर पर शामिल होने के लिए निमन्त्रण देने पहुंचे थे। धरने को सम्बोधित करते हुए किसान नेता गंगाराम स्योराण ने आरोप लगाया कि देश में जो भी सामाजिक कार्यकर्ता या सही सोचने वाला आदमी किसान आन्दोलन का समर्थन करता है, उसको भयभीत करने के उदेश्य से आय कर विभाग द्वारा छापे डलवा दिए जाते हैं। प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर और सोनू सूद जो हमेशा गरीबों असहाय लोगों की आवाज उठाते हैं,और कोरोनाकाल में पीडि़त जनता को राहत पहुंचाने में इनका बहुत बड़ा योगदान था, सरकार ने इनको भी नहीं बक्शा। आज देश में अघोषित आपातकाल लगा रखा है। कितलाना टोल पर महान समाज सुधारक ई0 वी0 रामास्वामी पेरियार की जयन्ती मनाई गई, मजदूर नेता सुखदेव पालवास ने उन्हें 20 वीं सदी का महान समाज सुधारक बताया। कितलाना टोल पर धरने के 267 वें दिन की अध्यक्षता सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, स्योराण खाप से बिजेन्द्र बेरला, किसान सभा से सत्यवान बलियाली, बलबीर बजाड़, जादू खाप से मास्टर राजसिंह जताई, पवांर खाप से बलवंत रानीला, मजदूर नेता सुखदेव पालवास, महिला नेत्री रतनी डोहकी, प्रेम शर्मा, बिमला कितलाना, मास्टर ताराचंद चरखी, सुरजभान सांगवान, सुरेन्द्र कुब्जानगर, अजित बोडी धनाना, अमित सांगवान घिकाड़ा, राजबाला धनाना, दिलबाग ढुल, कप्तान रामफल डोहकी, जगदीश हुई, धर्मेन्द्र छपार, मीरसिंह नीमड़ीवाली, सुबेसिंह छपार, संतु प्रजापति, जयपाल खाती, रामानन्द धानक, राजेन्द्र जांगड़ा, भोलू खान, सुबेदार सतबीर सिंह, सत्यवान कालूवाला, कप्तान धर्मपाल अटेला, रमेश शर्मा, समुन्द्र सिंह, सुरेंद्र बुगालिया, सुभाष यादव, सुमित भट्ट, अजमेर खासा सहित अनेक किसान मौजूद रहे। Post navigation किसान आन्दोलन जीतेगा, इसे व्यापक व विस्तार देने का अभियान हुआ शुरू : सोमबीर सांगवान 27 सिंतबर को भारत के दौरान किसान अपनी ताकत दिखाते हुए झुकाएंगे सरकार को : कमल सिंह