सरकार जबरदस्ती बार्डर से धरने नहीं उठवा सकती

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

 15 सितंबर –  संयुक्त किसान मोर्चा के आहृवान पर दिल्ली में विभिन्न बार्डरों पर चल रहे शान्तिपूर्ण धरनों को बिना बातचीत व समझौते के यदि सरकार ने जबरदस्ती धरनारत्त किसानों को उठवाने की कोशिश की तो किसान चुपचाप ऐसा नहीं होने देंगे और सरकार को इस हरकत के लिए गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

किसान आंदोलन जनता को अपना समझता है और इसके सहयोग के लिए हमेशा तैयार रहता है और सहयोग कर भी रहा है। यह बात कितलाना टोल पर धरने को संबोधित करते हुए भारतीय किसान संघर्ष समिति के प्रधान व संयुक्त किसान मोर्चा के नेता विकास सीसर ने कही। 

उन्होंने कहा कि 19 सितम्बर को मोहाली में आयोजित किसान महापंचायत में किसान मजदूर बढ़चढ़ कर भाग लें, जो किसान नेत्री व फिल्म अभीनेत्री सोनिया मान द्वारा आहुत की जा रही है तथा किसान आन्दोलन को और ज्यादा मजबूत बनाएगी। धरने को सम्बोधित करते हुए पूर्व संसदीय सचिव रणसिंह मान ने कहा किसान आन्दोलन ने पूरे देश के भाईचारे को जोड़ते हुए जनता को जागरूक किया है, पहले पंजाब हरियाणा न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात करते थे, आज पूरे देश के किसान उसी तरह की मांग करते हुए आन्दोलन में शामिल होकर इसे व्यापक बना रहे हैं। उन्होने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह डा0 एम0 एस0 स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने, किसान की आय 2022 में दोगुनी करने का चुनावी वायदा करके अब उससे दूर भाग रही है, यह जनता के साथ सरासरी धोखा है। 

कितलाना टोल पर धरने के 265 वें दिन अध्यक्षता नरसिंह सांगवान डीपीई, स्थोराण खाप से जगदीश हुई, स्योराण बाउनी से ईश्वर सिंह बिसलवास, किसान सभा से रामफल देशवाल, जाटू खाप से मास्टर राजसिंह, किसान नेता गंगाराम स्योराण, ओमप्रकाश दलाल, महिला नेत्री रतनी डोहकी, कमला कितलाना, कृष्णा गोरीपुर, मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरजभान झोजू, आजाद सिंह फौजी, बलविन्द्र कानूनगो, ईश्वर सिंह कन्नी प्रधान, सुरेन्द्र कुब्जा नगर, बलबीर बजाड़, रणधीर कुंगड़ं, दिलबाग ढुल, राजबीर बोहरा, सुबेदार सतबीर सिंह, सन्तोष देशवाल, अजित सिंह धनाना, राजबाला धनाना, सुदेश ताई कंडेला, नन्दराम अटेला, शब्बीर हुसैन, मैनेजर कंवर सिंह जांगड़ा, कर्णसिंह चमार कालूवाला, मुन्ना पंडित चरखी, ओम प्नजापति, जयसिंह सिहाग, शमशेर सांगवान शामिल थे।

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