दो सुपर सकर मशीनें व बीस मोटरें लगाई गई सीवरेज सफाई के लिए नगरपरिषद के सफाई कर्मचारी जुटे हुए हैं कूड़ा निकालने में चरखी दादरी जयवीर फोगाट 04 सितंबर – बरसात से उत्पन्न हुई स्थिति को सुधारने के लिए नगरपरिषद और जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी लगातार अपना कार्य करने में जुटे हुए हैं। जिससे कि शहर में पानी की निकासी आराम से हो सके और कहीं गंदगी का माहौल ना बने। पिछले कुछ दिनों के दौरान हुई बारिश से शहर में कई स्थानों पर पानी भर गया और सीवरेज लाईनें ओवरफ्लो हो रही हैं। उपायुक्त प्रदीप गोदारा के निर्देशानुसार जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने शहर के प्रमुख बिंदुओं पर पंप व मोटरें लगाकर पानी की निकासी शुरू करवाई है। शनिवार को शाम तक जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए विभाग की टीमें जुटी हुई थीं और स्थिति पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया था। जनस्वास्थ्य विभाग ने शहर के दिल्ली रोड़ पर और चरखी दरवाजा के समीप दो सुपर सकर मशीनें सीवरेज लाईनें साफ करने के लिए लगा दी हैं। महिला पुलिस थाना के समीप 20 हार्स पावर की तीन मोटरें व 30 हार्सपावर की एक मोटर रेस्ट हाऊस के पीछे खाड़ी में पानी निकालने के लिए लगाई हुई है। पब्लिक हैल्थ के एसडीओ प्रतीक कुंडू ने बताया कि घिकाड़ा मोड़ पर 50 हार्सपावर, 20 हार्सपावर व 12.5 हार्स पावर की एक-एक मोटर, तिकोना पार्क के नजदीक एक 50 हार्स पावर की और एक 25 हार्स पावर की मोटर लगवाई गई है। सामान्य अस्पताल परिसर के समीप 20 हार्सपावर की दो मोटरें, झज्जर रोड़ पर 60 हार्स पावर की दो मोटरें और रोहतक रोड़ रेलवे फाटक के नजदीक 20 हार्स पावर की एक मोटर पानी निकालने के लिए लगवाई गई है। उन्होंने बताया कि पानी निकासी का कार्य किया जा रहा है। सीसीआई के तालाब से पानी निकासी के लिए 40 हार्स पावर व 20 हार्स पावर की दो मोटरें लगा दी गई हैं। दूसरी ओर दादरी नगरपरिषद के भी करीब दो सौ कर्मचारी सफाई कार्य करने में लगे हुए हैं। जो कि जोहडिय़ों के आसपास, नालों और नालियों से कूड़ा निकाल रहे हैं। विगत दो दिनों के दौरान कूड़ा-कचरा की दो सौ ट्रैक्टर ट्रालियों व ऑटो टीपर को स्थानीय भिवानी रोड़ बाईपास के समीप डंपिंग प्वाईंट पर खाली किया गया है। परिषद सचिव प्रशांत पाराशर ने बताया कि शहर की सफाई व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। अब आम नागरिक व दुकानदारों को भी इस कार्य में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर की बड़ी संस्थाओं के भवनों में जल संरक्षण के लिए बोरवैल और जल भंडारण के लिए टैंक बनाए जाने चाहिए। जिससे कि बरसात का पानी बाहर बहने की बजाय जमीन के नीचे जाए और उसका सदुपयोग हो सके। उन्होंने बताया कि रेस्ट हाऊस की खाडी के आसपास जालियां लगवाई गई हैं, ताकि पॉलिथीन व अन्य ठोस कचरा पानी में ना जाए। आम नागरिकों को खुले में सडक़ पर पॉलिथीन और ठोस कचरा नहीं फेंकना चाहिए, वे कूड़ा परिषद के सफाई वाहनों में या अपने डस्टबीन में डालें तो बेहतर होगा। Post navigation गुमशुदा लडक़ी को संरक्षण मिला वन स्टॉप सैंटर में महापंचायत की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ ने तोड़ा सरकार का गुरुर : नरसिंह सांगवान डीपीई