कितलाना टोल के धरने पर 246वें दिन निजीकरण को लेकर किसानों ने जताया रोष

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

27 अगस्त, अपने चहेते उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार देश को गिरवी रखने पर तुली है। यह बात दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप सांगवान चालीस के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कई बड़े सार्वजनिक उपक्रमों को महा पूंजीपतियों के हाथ गिरवी रखकर केंद्र सरकार ने इसकी शुरुआत कर दी है। उन्होंने कहा की सरकार को केवल बड़े घरानों के हितों की चिंता है उनके लिए गरीब और मध्यम वर्ग कोई मायने नहीं रखते।

उन्होंने कहा कि तीन काले कानून बनाकर सरकार ने अपने इरादे साफ जाहिर कर दिए हैं। उनके अनुसार सरकार की नियत साफ होती तो 9 महीने से इन काले कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे देश के करोड़ों किसान और मजदूरों की आवाज को अनसुना नहीं करती। उन्होंने कहा कि इस शांतिपूर्ण आंदोलन में अब तक 650 से ज्यादा किसान शहादत दे चुके हैं लेकिन सरकार है कि टस से मस नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि सरकार को उसका यह रवैया एक दिन लेकर बैठेगा।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे किसान के अनिश्चितकालीन धरने के 246वें दिन खाप सांगवान चालीस के नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप के धर्मबीर फौगाट, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह, सुभाष यादव, बलबीर बजाड़, दिलबाग सिंह ढुल, रणधीर कुंगड़, संतरा, फुला देवी, कृष्णा, सावजी, राजबाला ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सरकार ने जब से निजीकरण की ओर कदम बढ़ाए हैं तब से बेरोजगारी की दर नई ऊंचाइयों को छू रही है। देशभर में बेरोजगार युवाओं की फौज खड़ी हो गई है।

धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। इस अवसर पर मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरजभान सांगवान, आजाद सिंह अटेला, सुरेन्द्र कुब्जानगर, कमल प्रधान, राजकुमार हड़ौदी, कप्तान रामफल, सूबेदार सत्यवीर सिंह, संजय मानकावास, नंदलाल इत्यादि मौजूद थे।

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