गंदे पानी की सप्लाई से सैंकड़ों बिमारियां पनप रही है। चरखी दादरी जयवीर फोगाट 26 अगस्त – जिला के गांव भागवी निवासी संजीव तक्षक एडवोकेट ने दादरी जिले में पीने के पानी की व्यवस्था को लेकर सी.एम. विंडो, जिला मुख्यालय पर शिकायत दर्ज करके समाधान करने की मांग की है। अधिवक्ता ने लिखित पत्र में बताया है कि दादरी जिले में दो नहरे पड़ती है, इन दोनों नहरों से पूरे जिले के गांवों एवं दादरी शहर में पीने का पानी सप्लाई किया जाता है। जिसमें एक बधवाना माईनर व दूसरी मुख्य नहर इन्दिरा कैनाल है। दोनों नहरों के आस-पास के जितने गांव सभी गांवों व गांवों के खेतों से गन्दा कैमिक्ल का पानी इन दोनों नहरों में डाला जाता है और इन्हीं दोनों नहरों से दादरी शहर व जिले के सभी गांवों की डिग्गीयों (जलघर) में पानी जाता है और जलघर से घरों में जाता है। जल के बिना जीवन संभव नहीं है और यदि जल साफ एवं स्वच्छ नहीं होगा तो लोगों का बीमार होना संभावित है। अधिवक्ता ने बताया कि दादरी जिले के अधिकतर लोग इस पानी को पीने पर मजबूर हैं, इसी पानी को पशु भी पीते हैं व आम जन नहाने धोने या अन्य कार्यों में इसी पानी का प्रयोग करते है जिससे आम आदमी, पशु पक्षियों में सैंकड़ों बिमारियां पनप रही है। तक्षक ने बताया कि इस पानी को निकालने के लिए विभाग द्वारा पानी की मोटर लगाई गई है फिर इस पानी को गांव व शहर के सभी जल घरों में सप्लाई किया जाता है लेकिन दादरी शहर सहित जिले में गांव के किसी भी जलघर के अन्दर इस पानी को फिल्टर करने की कोई व्यवस्था नहीं है। इस प्रकार लोगों में पनप रही बिमारियों के जिम्मेवार जनस्वास्थ्य विभाग व सिंचाई विभाग के कर्मचारी व बड़े अधिकारी हैं क्योंकि पानी निकासी का कार्य इन अधिकारियों की देखरेख में चल रहा है। जो कर्मचारियों से मिलीभगत करके अपने फायदे के लिए दादरी जिले के लोगों की मौत का सौदा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन दोनों नहरों के आस-पास जितने भी गांव की पंचायतें इन नहरों में पानी डालती है वो सभी पंचायतें भी दोषी है। इसको लेकर पत्र के माध्यम से उन्होंने जांच करवाने की भी मांग की है। अधिवक्ता ने बताया कि गांव व शहर में पानी निकासी के लिए जो मोटर या वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी है वह किसके आदेश से कर रही है और इस गन्दे पानी की निकासी का संचालन कौन-कौन कर रहा है और पानी निकासी का आदेश कहां के लिए कर रखा है तथा इस पानी निकासी मोनिटरींग कौन कर रहा है। यह जांच का विषय है। अधिवक्ता ने मांग की है कि पीने के पानी को सही तरीके से व सुचारू रूप से ग्रामीणों तक पहुंचाया जाए तथा जन स्वास्थ्य विभाग व सिंचाई विभाग के महकमें के इन अधिकारियों के खिलाफ से जल्द से जल्द उचित कानूनी कार्यवाही करने की भी मांग की गई है और पानी की निकासी की उचित व्यवस्था व सख्त कदम उठाए जाने की गुहार लगाई है। जिससे जलघर में नहर से जो पानी आता है वह बिल्कुल साफ हो। नहर में किसी भी प्रकार का गन्दा जल ना डाला जाए ताकि गांव के लोगों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहे। Post navigation किसान आंदोलन ने भाईचारे को किया मजबूत : बिजेंद्र बेरला देश को गिरवी रखने पर तुली केंद्र सरकार : सोमबीर सांगवान