एक दो दिन में पानी निकासी का कार्य होगा शुरू चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 24 अगस्त- दादरी के निवासियों के लिए एक ही सप्ताह में दूसरी खुशखबरी है। लंबे इंतजार के बाद एतिहासिक श्यामसर तालाब के जीर्णोद्घार का काम शुरू हो रहा है। ठेकेदार द्वारा पानी निकासी के लिए व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। इससे पहले हाल ही में लघु सचिवालय निर्माण के लिए भी टेंडर जारी किया गया है। दादरी शहर के लोगों को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। दादरी की एतिहासिक धरोहर माने जाने वाले श्यामसर तालाब के जीर्णोद्घार का कार्य शुरू हो रहा है और निकट भविष्य में क्षेत्र के लोगों के लिए इस स्थान को रमणीक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। लगभग 7 करोड 90 लाख रूपए से श्यामसर तालाब का कायाकल्प किया जाना है। इसके लिए संबंधित ठेकेदार ने काम शुरू कर दिया है। चरणबद्घ तरीके से किए जाने वाले कार्य के लिए पानी निकासी की व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। पहले चरण में पानी निकासी के बाद वर्तमान तालाब की साफ सफाई की जाएगी और मौजूदा दिवार से हटकर आरसीसी से एक नई दिवार बनाई जाएगी। दोनों दिवारों के बीच लोगों के सैर करने के लिए वॉकिंग ट्रैक बनाया जाएगा। साथ ही तालाब के चारों ओर लोगों की सुविधा के लिए पार्क और पार्किंग का निर्माण भी किया जाएगा। फिलहाल तालाब के जीर्णोद्घार के बाद इसमें बरसाती पानी संचयन की योजना है। मौजूदा दिवार सहित तालाब के पूरे ढांचे की मरम्मत भी की जाएगी। तालाब में बने चारों घाटों की हालत को भी सुधारा जाएगा। विशेष बात यह है कि एतिहासिक ढांचे की मरम्मत में पुराने तरीके का ही इस्तेमाल होगा और विशेष निर्माण सामग्री इसमें प्रयोग की जाएगी। श्यामसर तालाब का इतिहास लगभग 400 साल पहले शाहजहां के दरबार में शाही खजांची के तौर पर काम करने वाले लाला सीताराम द्वारा दादरी शहर में भव्य तालाब का निर्माण करवाया गया था, जिसको आज सभी श्यामसर तालाब के नाम से जानते हैं। उस समय इस तालाब के निर्माण पर एक लाख मुद्राएं खर्च हुई थी। इस तालाब का निर्माण सन 1687 में करवाया था। तालाब के चारों ओर पत्थरों से निर्मित सुंदर घाट बनवाए गए थे, जो आज भी मौजूद हैं। श्यामसर तालाब के चारों ओर मंदिर व कुएं भी स्थापित हैं। लाल सीताराम के नाम से दिल्ली में सीताराम बाजार भी है। ऐसा माना जाता है कि तालाब निर्माण से पहले यहां एक झील हुआ करती थी, जिसके पास संत बाबा स्वामी दयाल कुटिया बनाकर रहते थे। संत बाबा स्वामी दयाल जी के आर्शीवाद से ही लगभग 900 साल पहले दादरी में बसासत शुरू हुई थी। श्यामसर तालाब में कूड़ा डालने वालों पर होगी सख्त कार्यवाही उपायुक्त प्रदीप गोदारा ने इस बारे में कहा कि नगर परिषद की ओर से श्यामसर तालाब के जीर्णोद्घार के कार्य का टेंडर अलॉट कर दिया गया है और योजना के अनुसार इसका कार्य किया जाना है। ठेकेदार की लेबर भी पहंच गई है और तालाब के पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन का सर्वे भी कर लिया गया है। ठेकेदार द्वारा एक दो दिन में ही पानी निकासी का काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राय: तालाब के आस पास के लोग कूड़ा व पशुओं का गोबर भी तालाब में डाल देते हैं। ऐसे में आस पास के लोगों को ही परेशानी उठानी पड़ती है। अब अगर कोई श्यामसर तालाब में कूड़ा आदि डालता मिला तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाकर कार्यवाही की जाएगी और साथ ही उसपर हजारों रूपए का जुर्माना भी किया जा सकता है। Post navigation चकबंदी की मांग को लेकर राजदीप फौगाट के नेतृत्व में दुष्यंत चौटाला से मिले पैंतावास खुर्द और तिवाला के ग्रामीण गांव सांवड़ में बिजली पानी की भारी किल्लत से ग्रामीण हुए परेशान