कितलाना टोल पर धरने के 240वें दिन विधानसभा की कार्यवाही को लेकर किसानों ने जताया रोष चरखी दादरी जयवीर फोगाट 21 अगस्त, हरियाणा विधानसभा की कार्यवाही को लेकर किसानों ने कड़ा रोष जाहिर किया है। कितलाना टोल के धरने पर वक्ताओं ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ताधारियों को किसी भी वर्ग का कोई ख्याल नहीं है। यहां तक कि विपक्ष की आवाज दबा लोकतंत्र की मर्यादा को चूर चूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में इस तरह का आचरण उन्हें आने वाले समय में बहुत महंगा पड़ेगा। उन्होंने कहा कि किसान और मजदूर बेहद विकट परिस्थितियों से घिरे हैं और सरकार है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि कहीं पर जलभराव के कारण तो कई गांव में तेज अंधड़ और बारिश से कपास और बाजरे की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। उनके अनुसार बार-बार मांग करने के बावजूद भी सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरी लागत लगने के बाद हुए इस नुकसान से किसानों को बड़ी आर्थिक चोट पहुंची है। कितलाना टोल पर धरने के 240वें दिन अध्यक्षता सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप से जगदीश हुई, फौगाट खाप से धर्मबीर समसपुर, युवा कल्याण संगठन से सुभाष यादव, किसान सभा के ओमप्रकाश दलाल, फुला देवी, संतरा, कृष्णा गौरीपुर, मामकौर डोहकी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि किसान और मजदूर अपने संघर्ष के दौरान हर बाधा से पार करेंगे और तीन काले कानून रद्द करवाकर रहेंगे। इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, कमल प्रधान, सन्तोष देशवाल, सुशीला घणघस, आजाद सिंह अटेला, महेन्द्र सिंह जेवली, मास्टर विनोद मांढी, धर्मेन्द्र छपार, कर्ण सिंह हुई, मास्टर सुरेंद्र, जयप्रकाश गौरीपुर, नवीन, प्रेम थानेदार, दिलबाग ढुल, श्योनारायण, जगमोहन, राजपाल ढाणी फौगाट, प्रोफेसर राजेंद्र डोहकी, कृष्ण कुमार, लवली सरपंच, मोनू फतेहगढ़ इत्यादि मौजूद थे। Post navigation रक्षाबन्धन का त्यौहार, पाक पवित्र बंधन का स्मरण कराता है : परमसंत सतगुरु कंवर साहेब जी महाराज सरकार द्वारा बनाई गई नई खेल नीति खिलाडि़यों का कर रही भविष्य बर्बाद