कितलाना टोल के 236वें दिन धरने पर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी चरखी दादरी जयवीर फोगाट 17 अगस्त, तीन काले कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना मजबूती से जारी है। यह बात सांगवान खाप के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आंदोलन को गति देने के लिए कल दादरी के समसपुर गांव से इलाके की सभी खापों और अन्य संगठनों के लोग एक बड़े काफिले के साथ टिकरी बॉर्डर पर पहुंचे थे। उन्होंने अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि जिस गर्मजोशी से पंजाब और हरियाणा की जत्थेबंदियों ने सबका मान सम्मान किया वह अवर्णनीय है। उन्होंने कहा कि आंदोलन ने भाईचारे को और मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि सबका एक ही निर्णय है कि जब तक तीनों काले कानून रद्द नहीं होते और एमएसपी की गारंटी नहीं मिलती हम घर वापसी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलनकारियों की संख्या बढ़ाने के लिए सभी खाप और संगठन मिलकर विचार विमर्श करेंगे और आंदोलन में निरंतरता बनाए रखेंगे। कितलाना टोल पर धरने के 236वें दिन सांगवान खाप के सचिव नरसिंह डीपीई, युवा कल्याण संगठन के सुभाष यादव, चौगामा खाप के मीरसिंह नीमड़ीवाली, सेवानिवृत्त कर्मचारी संगठन से प्रताप सिंह सिंहमार, किसान मजदूर संघ के मदनलाल, संतरा, कलावती डोहकी, चंद्रमुखी, धनपति चरखी ने संयुक्त रूप से की। उन्होंने कहा कि पहले छपार और कल लोहरवाड़ा गांव से युवाओं ने अपने गांव से डाक कावंड़ के रूप में मिट्टी और पानी लेकर टिकरी बॉर्डर पहुंचकर एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। इस अवसर पर मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरजभान झोझू, सुरेंद्र कुब्जानगर, कमल प्रधान, सुखदेव पालवास, ओमप्रकाश दलाल, कप्तान चंदन, सत्यवान कालुवाला, प्रेम थानेदार, रणबीर छपार, सूबेदार सतबीर सिंह, जीवन, जिले सिंह, ओम नम्बरदार, कमलेश चरखी इत्यादि मौजूद थे। Post navigation जल और मिट्टी लेकर डाक कावड़ के रूप में टिकरी बॉर्डर के लिए रवाना हुए किसान बरसाती पानी से हुई खराब फसल का मुआवजा दिलवाने बारे उपायुक्त दादरी को सौंपा ज्ञापन