बिंद्राबन के ग्रामीणों ने एक बार फिर लगाई प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार कहां की स्थाई करों समाधान

बाढड़ा जयवीर फोगाट

4 अगस्त, गलत चंकबंदी कार्य के चलते गांव बिन्द्रावन के ग्रामीणों को हो रही समस्याओं के स्थाई हल की मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा लगातार विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों से मिलते हुए उन्हें शिकातय पत्र सौंपा जा चुका है। आज एक बार फिर ग्रामीणों ने दादरी डी आर ओ कार्यालय में अधिकारियों से मिलकर अपनी परेशानी को दूर करवाने की मांग को उठाया। 

अपनी परेशानी के बारे में जानकारी देते हुए बिन्द्रावन के ग्रामीणों नफे सिंह, सुमेर सिंह, लाल कृष्ण, महेंद्र सिंह, संजय पंच, ओमप्रकाश, विजय कुमार, सुरेंद्र सिंह, बंटी, जयबीर, सुरेंद्र, कुलवंत पिचौपा, राकेश कुमार, बंटी इंदौरा, नरेंद्र कुमार, जगत सिंह, हरके राम, नवीन, राजबीर, अनूप सिंह, अमीर सिंह फौजी, जसवंत पंच आदि ने बताया कि उनके गांव में चकबंदी के तहत लालडोरा के तहत अराजी की सही पैमाईश नहीं की गई है। गांव से पिचौपा खुर्द के लिए जो काकङ लगती है उस पर कम से कम 3 से 4 एकङ जमीन छोङी गई है।

पिचौपा कलां से गांव से आने जाने के लिए मार्ग को हाल फिलहाल 22 फुट का लगाया गया है, इसमें सात से आठ जगह मोड़ है। इन मोड़ों को निकालकर इस रास्ते को पिचौपा खुर्द के मार्ग की भांति 33 फुट चौड़ा किया जाए। अन्यथा दोनों रास्तों को 22 फुट का किया जाए। ऐसा न हो तो भी दोनों रास्तों को 22 फुट का किया जाए, क्योंकि दोनों मार्ग समान अहमयित रखते हैं। बिन्द्रावन में जो मुश्तरका कुंआ है जिनके खाते अलग है उनके आने जाने के लिए कोई मार्ग नहीं छोड़ा गया है। बिन्द्रावन की बचत जमीन को करीब पांच से छह जगहों पर छोड़ा गया है यह भी जो चकबंदी कमेटी के सदस्य है उनके खेतों के साथ छोड़ी गई है। इससे गांव में काफी तनाव है। बचत भूमि को एक साथ करके पंचायती भूमि में लगाया जाए, जिससे कि यह भविष्य में गांव में सरकारी योजना के काम में आ सके।

चकबंदी के दौरान छह मरला प्रति एकङ के हिसाब से काटा जा रहा है जबकि नियमानुसार यह पांच मरला होनी चाहिए इस प्रकार यह काफी अधिक है कही रास्ता दोगुना तो कही घुमाकर कर दिया गया है जिससे परेशानी होती है। लाल डोरे के साथ लगती जमीन में कुछ पुराने मकान बने है, जिसकी दोगुनी जमीन काटी गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कम्प्यूटर ड्रोन आधारित चकबंदी के दौरान कुछ ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मिलीभगत से यह सब किया गया है। 

ग्रामीणों ने गुहार लगाई कि बिन्द्रावन की अधिकतर आबादी को हो रही समस्याओं को देखते हुए तुरंत प्रभाव से कदम उठवाते हुए चकबंदी कार्य दुरूस्त करवाया जाए, जिससे कि भविष्य मे कोई अप्रिय स्थिति न बने तथा भाईचारा आपसी प्रेम बना रहे।

error: Content is protected !!