आन्दोलन को लेकर स्वामी दयाल धाम पर हुई महापंचायत।

चरखी दादरी जयवीर फोगाट 

29 जुलाई,संयुक्त किसान मोर्चा के आहृवान पर कितलाना टोल पर किसान, मजदूरों व महिलाओं ने भारी वर्षा के बीच सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया वही दिन भर पहले की तरफ धरना दिया।कितलाना टोल से भी सभी संगठनो के लोग शामिल हुए। बारिश के बाद भी टोल पर सैंकड़ों किसान धरने में डटे रहे। 

धरने को सम्बोधित करते हुए सांगवान खाप की ओर से कन्नी चरखी नेता मास्टर ताराचंद ने कहा कि रिवाड़ी के कार्यक्रम के राज्य के मुख्य मंत्री ने आंदोलन कर रहे किसानों को उपद्रवी बताया, उनके ब्यान की हम घोर निंदा करते हैं और अपने अनुचित शब्दों पर मुख्य मंत्री द्वारा क्षमा याचना करनी चाहिए। उन्होंने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को किसानों बारे ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। यह आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से 36 बिरादरी का जनआंदोलन है और सरकार अपने अहम को छोडक़र किसान वर्ग की समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए। 

इधर :- स्वामी दयाल धाम पर आंदोलन को लेकर बनाई रणनीति,स्वामी दयाल धाम दादरी में किसान आंदोलन को तेज करने के उदेश्य से फोगाट खाप-19 की तरफ से बुलाई गई महापंचायत में भारी संख्या में विभिन्न खापों व सामाजिक संगठनों से किसान, मजदूर व महिलांए शामिल हुए।उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार समाधान निकालने की बजाए किसान, मजदूरों को जाति और धर्म के नाम पर बांटना चाहती है, जो कभी सफल नहीं होगी। वीरवार को टोल पर धरने के 217वें  दिन की अध्यक्षता सांगवान खाप से मास्टर ताराचंद चरखी, कप्तान चंदन सिंह, शब्बीर हुसैन, रतनी डोहकी व चन्द्र चमार छ्पार ने संयुक्त रूप से किया।

मंच का संचालन धरमेन्द्र छपार ने किया।इस अवसर पर धरने में नरसिंह सांगवान डीपीई, गंगाराम श्योराण, कामरेड ओम प्रकाश, युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल प्रधान, शमशेर सांगवान, मास्टर राज सिंह जताई, बलबीर बजाड़, महिपाल छ्पार, महिपाल चरखी, सुबेदार सतबीर सिंह, लवली सरपंच, परमजीत फतेहगढ़, बलबीर डोहकी, ओम प्रजापति व रणधीर नायक छ्पार, अनिल शेषमा, देशमुख दादरवाल सहित अनेक किसान मौजूद रहे।

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