500 से अधिक किसानों ने शहादत कितनी कुर्बानी मांगेगी सरकार : नरसिहं डीपीई
चरखी दादरी जयवीर फोगाट
26 जुलाई, संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में जहां देश के 450 से अधिक किसान मजदूर संगठन एक जुट होकर तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने व न्यूनतम समर्थन मूल्य की संवैधानिक गांरटी की मांग को लेकर पिछले आठ महिने से संघर्ष कर रहे हैं, वहीं 500 से अधिक किसानों ने शहादत दी है। आगे भी किसान शहादत देने में पीछे नहीं हटेंगे। ये बात कितलाना टोल पर किसान धरने को सम्बोधित करते हुए सांगवान खाप 40 के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीइ ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार को गलत फहमी हो गई है कि यह आन्दोलन लम्बा खींच कर इसे थका दिया जाएगा और इसमें जाति धर्म के आधार पर फूट डालकर कमजोर कर दिया जाएगा। सरकार ने शाम-दाम दण्ड भेद की सभी तिकड़में इस्तेमात करने के बाद भी यह आन्दोलन तेजी पकड़ता जा रहा है और राष्ट्रप्यापी बन चुका है।
किसान सभा के दादरी जिला प्रधान रणधीर कुंगड़ ने धरने को सम्बोंधित करते हुए कहा कि कितलाना टोल पर लगातार सैंकड़ों किसान मजदूर व महिलाएं धरने में आते हैं। यह धरना लगातार बहुत ही शान्तिपूर्ण व अनुशासन से चलाया जा रहा है। राजनीतिक विपक्ष का किसी भी पार्टी का नेता आता है और उसकी बातें ध्यान से सुनी जाती हैं। उसे बोलने का पूरा अवसर दिया जाता है यदि बीजेपी जेजेपी का कोई नेता किसान आन्दोलन के समर्थन में अपनी पार्टियों से त्याग पत्र देकर धरने में आएगा उसका भी स्वागत किया जाएगा। परन्तु संयुक्त किसान मोर्चे के निर्णय अनुसार बीजेपी जेजेपी नेताओं के सरकारी कार्यक्रमों का बहिष्कार जारी रहेगा।
टोल प्लाजा पर 214 वें दिन अध्यक्षता सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, फोगाट खाप से धर्मबीर समसपुर, स्योराण खाप से बिजेन्द्र बेरला, किसान सभा से ईश्वर दातोली, युवा कल्याण संगठन से सुभाष यादव, सज्जन कुमार सिंगला, मास्टर राजसिंह जताई, मीरसिहं निमड़ीवाली, महिला नेत्री कृष्णा डोहकी, विधा डोहकी, प्रेमलता शर्मा ने संयुक्त रूप से की। मंच संचालन किसान नेता राजकुमार हड़ोदी ने किया। इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, कमल प्रधान, कामरेड ओमप्रकाश, कप्तान रामफल डोहकी, सन्तोष देशवाल, सरोज स्योराण, महीपत डोहकी, सुलतान खान, सुबेदार सतबीर सिंह, धरमेन्द्र छ्पार, कमल सांगवान, रामानन्द धानक, सत्यवान कालूवाला, बलजीत मानकावास, कप्तान चन्दन सिहं इत्यादि मौजूद थे।