काम करते हुए 11,000 वोल्ट बिजली करंट की चपेट में आईघटना गांव बोेहड़ाकला में धामा पट्टी की महिलाअओें की मौके मौतहाई वोेल्टेेज करंट के कारण बुरी तरह से झुलसी मृतक महिलाएं फतह सिंह उजाला गुरूग्राम । रोजी रोटी कमाने और पेट भरने के लिए सैैंकड़़ो किलोमीटर दूर अपने घर से मजदूरी के लिए आई हुई दो प्रवासी महिला मजदूरों की हाई वोल्टेज बिजली करंट की चपेट में आने से अपने ही पतियों के सामने दर्दनाक मौत हो गई । यह घटना पटौदी क्षेत्र के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला में गुरुवार को देेर सायं धामा पट्टी की बताई गई है । सूत्रों के मुताबिक हाई वोल्टेज बिजली तारों की चपेट में आने के कारण दोनों महिलाओं की मौके पर ही मौत होने के साथ बुरी तरह से झुलस भी गई । इस हादसे की सूचना मिलते ही बिलासपुर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची ,, लेकिन कथित रूप से मौके पर पहुंचे लोगों व मजदूरों के परिचितों को मृतको के फोटो लेने सहित मोबाइल में वीडियो बनाने से भी रोक दिया गया। बताया गया है कि जैसे ही एक महिला मसाले से भरा हुआ तसला लेकर पति मिस्त्री के पहुंची देनने को उपर की तरफ पहुंचीं तो उसी समय पास में ही 11000 वोल्ट बिजली के तार की चपेट में आकर चिपक कर बुरी तरह से तड़पने लगी, ऐसा देखते ही दूसरी सहयोगी महिला ने जैसे ही बचाने का प्रयास किया उसे भी बिजली के करंट नेे बुरी तरह से जकड़ लिया । हाई वोल्टेज करंट होने के कारण दोनों प्रवासी महिला मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई , साथ ही बुरी तरह से झुलस भी गई । मरने वालों की पहचान संध्या 27 वर्ष पत्नी भरत और संध्या 28 वर्ष पत्नी सुनील निवासी मध्यप्रदेश के रूप में की गई है। इस हादसे की बिलासपुर थाना के प्रभारी नवीन कौशिक ने पुष्टि करते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी के लिए जांच अधिकारी एएसआई महेश से संपर्क करने के लिए कहा, लेकिन जांच अधिकारी का फोन बार-बार प्रयास के बावजूद भी नहीं मिल पाया । जानकारी के मुताबिक गांव बोहड़ाकला में धामा पट्टी में ही अशोक कुमार के द्वारा अपने मकान-आवास पर निर्माण का कार्य करवाया जा रहा था । काम करने के लिए दो महिला मजदूरों के साथ ही उनके पति भी मौके पर ही काम कर रहे थे । इस बात की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है कि मौके पर हादसे के समय कुल कितने मजदूर और मिस्त्री काम कर रहे थे । सूत्रों के मुताबिक मकान की दीवार पर लिपाई अथवा प्लास्टर करने का काम किया जा रहा था, इसके लिए महिला मजदूरों के पति मिस्त्री का काम कर रहे थे और महिलाएं बतौर बेलदार काम कर रही थी । इस घटना के बाद में जैसे ही मजदूरों के अन्य परिचितों अथवा जानकारों को पता लगा तो वह भी मौके पर पहुंच गए और हादसे में जान गंवाने वाली महिलाओं के शव को देखने की जिद पर अड़ गए। इस बीच में जान गवाने वाली प्रवासी महिला मजदूरों के पतियों के द्वारा भी जमकर हंगामा करते हुए मकान मालिक पर लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाये गए। पीड़ित मजदूरों के कथित आरोप अनुसार काम करते समय यह नहीं बताया गया कि जहां काम किया जा रहा है वहां पर 11000 बोल्ट करंट वाले बिजली के तार भी मौजूद हैं । घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची बिलासपुर थाना पुलिस स्टाफ के द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद जैसे तैसे हादसे में मरने वाली प्रवासी मजदूर महिलाओं के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया ।। समाचार लिखे जाने तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी कि इस मामले में पुलिस के द्वारा कोई मुकदमा दर्ज किया गया या फिर अभी अपनी जांच पड़ताल को ही जारी रखे हुए हैं। Post navigation तीसरी लहर की आशंका को जेहन में रखे नागरिक :- डीसी विज के निरीक्षण से सुधर जाएगा नगर निगम ? क्या यह भी लीपापोती तो नहीं बन जाएगा ?