जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी हुए बेलगाम.
अधिकारियों के मोबाइल ऑफ और व्हाट्सएप का नहीं देते जवाब.
बूस्टर का 14 अप्रैल 2017 को सीएम खट्टर ने किया उद्घाटन.
41 करोड़ से ज्यादा की परियोजना फिर भी लोग प्यासे के प्यासे

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।    भाजपा और जजपा गठबंधन की सरकार के द्वारा निरंतर दावे किए जा रहे हैं की आम जनमानस को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो । लेकिन पटौदी विधानसभा क्षेत्र मैं जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी पूरी तरह से मनमानी करते हुए बेलगाम दिखाई दे रहे हैं । कोरोना महामारी का दौर चल रहा है सरकार कहती है थोड़ी थोड़ी देर में साबुन से अपने हाथ धोते रहें । हाथ धोंना तो बहुत दूर की बात हालात यह बने हुए हैं कि कुल्ला करने तक के लिए भी लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा।

बात कर रहे हैं हेली मंडी में स्थित नहरी पेयजल आधारित बूस्टर स्टेशन की । यहां पर आपात स्थिति में पानी आपूर्ति के लिए रखा जनरेटर और बूस्टर दोनों ही सफेद हाथी बने हुए हैं । नियमित अंतराल पर हेली मंडी पालिका क्षेत्र में आम लोगों को पीने के पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है । शनिवार को न तो रात को पानी आया और ना ही रविवार को सुबह पानी के दर्शन हुए । जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के एसडीओ वली मोहम्मद ने शनिवार को फोन पर संपर्क करने पर कहा की बिजली का फाल्ट है, और जेई को बोल दिया गया है कि जल्द समस्या का समाधान कर दिया जाएगा । शनिवार शाम को एक बूंद पानी लोगों को नहीं मिल सका और यही हाल रविवार को सुबह बना रहा। रविवार को विभाग के एसडीओ व उनका मोबाइल दोनो ही पूरी तरह अवकाश पर रहे। विभाग के ही कनिष्ठ अभियंता अनिल सैनी को निरंतर फोन किए गए, न तो फोन कॉल रिसीव करी और ना ही कॉल बैक की गई ।

रविवार सुबह विभिन्न वार्डों के लोग पानी की आपूर्ति करने वाले बूस्टर स्टेशन पर पहुंचे , यहां मौजूद कर्मचारियों ने बताया बिजली का फाल्ट है । हैरानी इस बात की है कि विभाग के उपमंडल अभियंता और कनिष्ठ अभियंता के द्वारा किसी भी प्रकार का जवाब नहीं दिया गया । लाख टके का सवाल यह है कि आपात स्थिति में पेयजल आपूर्ति के लिए बूस्टर स्टेशन पर भारी भरकम जनरेटर रखा हुआ है, जिससे कि बिजली ना आने की स्थिति में जनरेटर को चलाकर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके । बूस्टर पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया की जनरेटर में तेल ही नहीं है ।

गौर तलब है कि 14 नवंबर 2017 को 41 करोड रुपए से अधिक की नहरी पेयजल आधारित इस परियोजना का उद्घाटन सीएम मनोहर लाल खट्टर के द्वारा किया गया था । 41 करोड रुपए खर्च किए जाने के बाद भी बूस्टर हेली मंडी में लोगों की जरूरत का पानी उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है । इसी बीच जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा हेली मंडी जाटोली और टोडापुर के अधिकांश वाटर सप्लाई के बिजली कनेक्शन डिस्कनेक्ट करवा दिए गए । फिर भी सूत्रों के मुताबिक विभिन्न स्थानों पर 5 वाटर सप्लाई आज भी चल रही है । एक तरफ 41 करोड रुपए की लागत से बनाया गया पेयजल आपूर्ति के लिए बूस्टिंग स्टेशन और इसके साथ ही 5 वाटर सप्लाई भी मिलकर लोगों की जरूरत के मुताबिक पानी आपूर्ति नहीं कर पा रही । सूत्रों के मुताबिक बूस्टिंग स्टेशन पर भारी भरकम जनरेटर बीते वर्ष जून माह से पहले लगाया गया, तब से लेकर 27 जून 2021 अर्थात 1 वर्ष में यहां जनरेटर लगभग 20 बार ही चलाया जा सका है । इसमें भी कथित घोटाले की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता, जनरेटर चलाने के लॉग बुक में जो टाइम टेबल दर्ज है वह टाइम टेबल इस प्रकार का दर्ज किया गया है कि उस समय पेयजल आपूर्ति का कोई समय ही निर्धारित नहीं है। हैरानी इस बात की है कि जनरेटर को कई बार तो केवल मात्र 15 से 20 मिनट तक के लिए ही चलाया हुआ दर्ज किया गया है । पानी आपूर्ति के लिए 15 से 20 मिनट तक जनरेटर चलाया भी गया तो ऐसे में सवाल और आशंका भी बनना स्वभाविक है कि इतनी देर में कितनी दूर तक इलाके में पानी की आपूर्ति की जा सकती होगी ।

हेली मंडी पालिका पार्षद राजेंद्र गुप्ता के मुताबिक सबसे अधिक शिकायतें जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को लेकर पेयजल आपूर्ति के मामले में ही लोगों के द्वारा की जा रही है । इतना ही नहीं वरिष्ठ अधिकारियों को भी समय-समय पर अवगत कराया जाता रहा है । लेकिन समस्या के समाधान के नाम पर परिणाम वही ढाक के तीन पात बने हुए हैं । जून जुलाई-अगस्त में आग उगलते सूरज और भट्टी की तरह गर्म तापमान के बीच लोगों को सबसे अधिक शिकायत पीने का पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलने की की जा रही है । लोगों की जिला प्रशासन ,पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश , जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री हरियाणा सरकार , मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार से पुरजोर मांग है कि हेली मंडी में पानी की आपूर्ति और लोगों की जरूरत के मुताबिक पानी उपलब्ध करवाने के लिए बूस्टिंग स्टेशन से पानी आपूर्ति का समय बढ़ाया जाए। इसके साथ ही हेली मंडी जाटोली और टोडापुर में जितनी भी वाटर सप्लाई मौजूद हैं,  आपात स्थिति में पानी की आपूर्ति के लिए उन्हें फिर से चालू करवाया जाए। कुछ वाटर सप्लाई तो ऐसी हैं जिनमें केवल मात्र बिजली का कनेक्शन ही किया जाना है । अब देखना यह है कि आम आदमी के जीवन की मूलभूत जरूरत का पानी उपलब्ध करवाने के लिए पटौदी के विधायक सत्य प्रकाश और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का दिल कब तक और कितनी जल्दी पसीजेगा । जिससे कि आम आदमी को उसकी जीवन की मूलभूत जरूरत का पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता रहे।

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