राजभवन घेराव के लिए किसान-मजदूर हुए रवाना, टोल पर 184वें दिन धरना बरकरार

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

26 जून, किसान ना रुकेंगे और ना ही पीछे हटेंगे। इस बात का ऐलान सांगवान खाप चालीस के कन्नी प्रधान सुरजभान सांगवान ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के सब्र का इम्तिहान ले रही है। आंदोलन को सात महीने बीतने के बाद भी सरकार गूंगी बहरी बनी हुई है।             

 कितलाना टोल अध्यक्ष मंडल के सदस्य और किसान नेता राजू मान ने कहा कि प्रदेश के कोने कोने से चंडीगढ़ राजभवन घेराव के लिए पहुंचे हजारों किसानों ने सरकार को आईना दिखा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास अब भी मौका है कि वो संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं से बातचीत कर तीनों काले कानून रद्द करने की घोषणा के साथ एमएसपी की गारंटी देने की घोषणा करें।         

 इससे पहले सुबह 5 बजे किसानों का एक बड़ा जत्था कितलाना टोल से बसों में सवार होकर किसान आंदोलन के सात महीने पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चंडीगढ़ राजभवन के घेराव के लिए रवाना हुआ जिसमें इलाके की खापों के साथ विभिन्न किसान, मजदूर और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों में श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप के प्रवक्ता शमशेर फौगाट, सांगवान खाप के सुरेंद्र कुब्जानगर, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, कामरेड ओमप्रकाश, गंगाराम श्योराण, राजकुमार हड़ौदी, सुभाष यादव, मीरसिंह नीमड़ीवाली प्रमुख रूप से शामिल थे। उन्होंने कहा कि सरकार किसान और मजदूर की आवाज को दबाने के लिए कई बार षड्यंत्र रच चुकी है लेकिन हर बार मुंह की खानी पड़ी है।

धरने के 184वें दिन सांगवान खाप के कन्नी प्रधान मास्टर ताराचंद चरखी, सुरजभान सांगवान, फौगाट खाप के उपप्रधान धर्मपाल महराणा, किसान नेता राजू मान, सब्बीर हुसैन, कृष्णा छपार, राजबाला कितलाना, रतन्नी देवी डोहकी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की।

इस अवसर पर कमलेश भैरवी, प्रोफेसर राजेन्द्र डोहकी, सूबेदार सतबीर सिंह, सुशील धानक, ओम नम्बरदार, राजेंद्र घिकाड़ा, चंद्रकला डोहकी, बाला छपार, प्रेम कितलाना, मामकौर , निम्बो डोहकी, बेलीराम डोहकी, रणधीर धायल, कृष्ण नकचुंडी, रामकुमार महराणा, ओमपाल, करतार चरखी, चन्द्रभान चमार, सुरेश शर्मा चरखी इत्यादि मौजूद थे।

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