कितलाना टोल पर धरने के 180 दिन पूरे, किसान- मजदूरों का जोश बरकरार

चरखी दादरी जयवीर फोगाट 

22 जून, – संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 24 जून को कितलाना टोल पर संत कबीर जयंती मनाई जाएगी। यह ऐलान खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई ने आज कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने कहा कि संत कबीर ने अपना संपूर्ण जीवन समाज की बुराइयों को दूर करने में लगा दिया। दोहे के रूप में उनकी रचनाएं आज भी गाई गुनगुनाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि संत कबीर भक्तिकाल के प्रमुख कवि थे और उन्हें ज्ञानाश्रयी-निर्गुण शाखा की काव्यधारा का प्रवर्तक माना जाता है।       

उन्होंने कहा कि संत कबीर ने अपने पूरे जीवन काल में पाखंड, अंधविश्वास और व्यक्ति पूजा का विरोध करते हुए अपनी अमृतवााणी से लोगों को एकता का पाठ पढ़ाया। आज भी कबीर की वाणी अमृत के समान है, जो व्यक्ति को नया जीवन देने का काम कर रही है। संत कबीर के लोकप्रिय दोहे हमें अज्ञानता के अंधकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश में ले जाने का काम करते हैं।          

 कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 180वें दिन खाप सांगवान चालीस के प्रधान नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप पच्चीस के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप से राजबीर फौगाट, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, कमल प्रधान, बलबीर बजाड़, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह, रतन्नी डोहकी, प्रेम शर्मा, बिजेंद्र फतेहगढ़ ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सरकार किसान आंदोलन को बांटने और बदनाम करने के लिए कई तरह के कुचक्र रच चुकी है लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि समाज का हर तबका समझ गया है कि तीन काले कानून हर वर्ग का नुकसान पहुंचाने वाले हैं इसलिए सब मिलकर किसान आंदोलन को मजबूती दे रहे हैं।           

 इस अवसर पर मास्टर ताराचंद चरखी, सुरजभान सांगवान, आजाद फौजी अटेला, राजू मान, सुरेन्द्र कुब्जानगर, रणधीर घिकाड़ा, जोरावर सांगवान, बलजीत फौगाट, डॉ ओमप्रकाश, सुशील धानक, कमलेश भैरवी, मौजीराम, मीरसिंह सिंहमार, अनिल शेषमा, रामानंद धानक, सनपत मानकावास, ओमप्रकाश प्रजापत, कर्ण सिंह हुई, ईश्वर आदमपुर, मुन्ना पंडित चरखी, मुन्नी सांगवान, लवली सरपंच, धर्मपाल खातीवास, सत्यवान कालुवाला इत्यादि मौजूद थे।

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