भारी पुलिस बल रहा तैनात, प्रदर्शनकारियों ने घेराबंदी के बाद सड़क पर बैठकर की नारेबाजी चरखी दादरी जयवीर फोगाट 21 जून – अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर चरखी दादरी के जनता कॉलेज खेल स्टेडियम पहुंची भाजपा नेत्री और महिला बाल विकास निगम की चेयरमैन बबीता फौगाट का किसान- मजदूरों ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे फौगाट खाप के प्रधान बलवंत नम्बरदार ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देश पर भाजपा और जजपा नेताओं का योग दिवस के अवसर पर जनता में आने का विरोध किया जा रहा है और जब तक तीनों काले कानून रद्द नहीं होते हमारा विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इलाके की तमाम खाप, किसान, मजदूर, सामाजिक, व्यापारी और कर्मचारी संगठनों ने कई बार बीजेपी और जजपा के नेताओं को चेतावनी दी है उसके बावजूद ये अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये अब भी नहीं रुके तो खाप कड़े कदम उठाने पर विवश होगी। किसान नेता राजू मान ने कहा कि योग केवल बहाना है इसकी आड़ में गठबंधन सरकार के नेता भाईचारे को बिगाड़ने के लिए चोरी छिपे आयोजनों में भाग ले रहे हैं। जनता का विश्वास ये लोग खो चुके हैं इसलिए लोग सड़कों पर आकर इनका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि योग बहुत पुरानी भारतीय विधा है जिसपर हम सबको गर्व है लेकिन सरकार उसे भी अपनी बपौती बनाना चाहती है ये पब्लिक को स्वीकार नहीं है। इससे पहले भाजपा नेत्री बबीता फौगाट के आने की खबर पाकर सुबह 7 बजे बड़ी संख्या में किसान और मजदूर स्वामी दयाल धाम पर इक्कठे होकर परसराम हेतराम स्कूल के पास अलग अलग साधनों में सवार होकर पहुंच गए थे। बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल ने उनकी घेराबन्दी कर उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इस बीच नारेबाजी कर रहे प्रदर्शनकारियों की पुलिस से आगे बढ़ने को लेकर तीखी नोकझोंक हुई। लेकिन पुलिस ने बैरिकेटिंग कर उन्हें आगे जाने से रोक दिया जिससे किसान और मजदूर वहीं सड़क पर बैठ गए और करीब सवा घन्टे तक नारेबाजी करते रहे। कार्यक्रम के बाद वहां से गुजर रही बबीता फौगाट को प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे लहरा और नारेबाजी कर अपना विरोध जताया। इस अवसर पर फौगाट खाप के सचिव सुरेश फौगाट, उपप्रधान धर्मपाल महराणा, प्रवक्ता शमशेर फौगाट, विनोद मोड़ी, कमलेश भैरवी,राजेश जांघू, रणधीर कुंगड़, योगेश कलकल, इंद्र राणा, सुनील पहलवान, देवेंद्र लीला, कृष्ण फौगाट, ईश्वर रावलधी, डॉ चंदन, पवन नम्बरदार, वजीर फौगाट, कप्तान राजमल, जयपाल सरपंच फौगाट, पप्पू सरपंच टिकान, सोनू सरपंच समसपुर, मुंशीराम, मालिकराम, पारस, महाबीर पहलवान, सत्ते लोहरवाड़ा, विद्यानंद कमोद, भूपेंद्र समसपुर इत्यादि मौजूद थे। Post navigation किसान-मजदूरों के साथ व्यापारी झेल रहे सरकार की मार : नितिन जांघू 24 जून को कितलाना टोल पर मनाई जाएगी संत कबीर जयंती : नरसिंह डीपीई