चरखी दादरी जयवीर फोगाट 29 मई, सरकार ब्लैक फंगस के पीड़ितों की जान से खेल रही है। यह आरोप भिवानी- महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने आज मीडिया को जारी बयान में लगाया। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस से पीड़ित को इलाज के लिए प्रतिदिन चार से छह इंजेक्शनों की जरूरत पड़ती है लेकिन सरकार अभी तक 2 से ज्यादा उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। इन इंजेक्शनों के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर इस बीमारी के लिए इस्तेमाल होने वाले अम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन पर सरकार ने पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया है और ये बाजार में खुले में नहीं मिल रहे। सरकार द्वारा मरीज को पूरे इंजेक्शन नहीं मिलने पर कई मरीजों का ऑपेरशन नहीं हो पाया और उन्होंने दम तोड़ दिया। ब्लैक फंगस से पीड़ितों के परिजन इन इंजेक्शनों को पाने के लिए दर दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं। कई जगह कालाबाजारी की सूचनाएं भी सामने आई हैं। श्रुति चौधरी ने कहा कि दादरी और भिवानी में बड़े सरकारी अस्पताल हैं लेकिन सरकार ब्लैक फंगस पीड़ितों को रोहतक पीजीआई और अग्रोहा भेज रही है। इससे मरीजों पर मानसिक बोझ होने के साथ आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के पीड़ितों को यहीं के अस्पताल में भर्ती कर उनका यहीं इलाज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द सभी ब्लैक फंगस पीड़ितों को पूरे इंजेक्शन उपलब्ध करवाने के साथ उनकी सर्जरी करवानी चाहिए ताकि उनकी जान पर बना खतरा टाला जा सके। उन्होंने प्राइवेट अस्पताओं में हो रही लूट का जिक्र करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार को राजस्थान से सबक लेते हुए कोरोना पीड़ितों से हो रही लूट खसोट पर रोक लगा फीस में कमी करने की अविलम्ब घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि वे कोरोना महामारी के दौर में जनता को जागरूक करें और पीड़ितों की हर मुमकिन मदद करें। Post navigation बहुजन समाज और किसानी का अटूट संबंध, जनांदोलन जीत कर रहेंगे श्रद्धांजलि- जीवन पर्यन्त किसानों के उत्थान में लगे रहे चौधरी चरण सिंह