कोविड-19 और ब्लैक फंगस से बचाव को यज्ञ का आयोजन

बुद्ध पूर्णिमा प्रातः की वेला में सामूहिक आहुतियां अर्पित की गई. पर्यावरण को शुद्ध रखना औरं यज्ञ के महत्व का प्रसार करना .
प्रत्येक व्यक्ति के स्वस्थ्य जीवन की कामना के साथ पूर्णाहूति

फतेह सिंह उजाला
पटौदी । 
  कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के साथ-साथ अब ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के साथ ही आम जनमानस भी चिंतित दिखाई देने लगा है।  बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर पटौदी विधानसभा क्षेत्र में हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र के श्याम मंदिर पालिका पार्क में सामूहिक पवन अनुष्ठान का आयोजन भारतीय योग संस्थान एवं योग साधना केंद्र के तत्वाधान में आयोजित किया गया। बुधवार को ब्रह्म वेला में प्रातः 5 . 30 बजे से लेकर 7 बजे तक इस सामूहिक हवन अनुष्ठान में पांच यजमान जोड़ों सहित करीब 90 बुद्धिजीवी और पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए आहुतियां अर्पित की गई।

कोरोना से वैश्विक महामारी के बाद अब ब्लैक फंगस के मामलों को देखते हुए इस यज्ञ अनुष्ठान के मुख्य आयोजक भारतीय योग संस्थान योग साधना केंद्र के अध्यक्ष सेठ धर्म चंद गोयल ने बताया इस प्रकार के सामूहिक आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को शुद्ध कर कोरोना के हवा में फैल रहे वायरस को प्राचीन काल से चली आ रही यज्ञ की वैदिक स्वीकार्यता, जिसे की साइंस भी स्वीकार करता है उसी के अनुरूप वायरस को समाप्त करना है । जितना अधिक वातावरण और पर्यावरण शुद्ध रहेगा आम जनमानस का स्वास्थ्य भी उतना ही अधिक बेहतर बना रहेगा । प्रातः काल का वह समय होता है जब प्रकृति के द्वारा प्रदान की गई अनमोल ऑक्सीजन की मात्रा वातावरण में सबसे अधिक उपलब्ध होती है । हवन अनुष्ठान में अर्पित की गई आहुति में विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करते हुए जन कल्याण के लिए ही यह यज्ञ अनुष्ठान एक नेक और पवित्र संकल्प के साथ में आयोजित किया गया ।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन आयोजित इस यज्ञ अनुष्ठान की सार्थकता और भी अधिक बढ़ गई है । इस मौके धर्मपाल गोयल, पालिका पार्षद नैनू शर्मा, रामनिवास प्रधान, चंद्रशेखर , शिव कुमार बबली रोहिल्ला, करतार  नैनवा, संजय कुमार, विजयपाल चैहान, भारत भूषण सोनी, एफएस सैनी,  डॉक्टर महेंद्र, वेद प्रकाश ,  गुड्डू रूस्तगी, रतनलाल, बोधन सैनी, रतन लाल, पूर्व हैड मरस्टर बनारसी दास, संतलाल, मुकेश सैनी, अशोक  सैनी, देवेंद्र शर्मा व अन्य लोग मौजूद रहे। यज्ञाचार्य रामपाल, पंडित ईश्वर शर्मा ने कहा कि किसी भी यज्ञ-हवन जैसे अनुष्ठान में देवी स्वरूपा महिला की सहभागिता आवश्यक है, प्रत्येक महिला धर्मपरायण और धर्म-कर्म-पूजापाठ की वाहक होने के साथ एक प्रेरणा भी है। यज्ञ-हवन के माध्यम से पूजा-अर्चना हुई, शांति पाठ हुआ । सभी साधकों को प्रसाद भेट किया गया।  आयुष मंत्रालय की गाइडलाइन भी है  कि देव स्तुति काल में हवन के द्वारा करुणा का खात्मा योग और हवन के द्वारा किया जा सकता है । 

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