किसानों पर बनाये मुकदमे वापिस ले सरकार वर्ना नतीजे होंगे गंभीर चरखी दादरी जयवीर फोगाट 19 मई, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के हिसार दौरे के दौरान किसानों पर हुए लाठीचार्ज का मुद्दा अब जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसानों को छोड़े जाने पर मामला रफादफा समझा जा रहा था लेकिन अब पुलिस के यू टर्न लेकर मुकदमा दर्ज करने से ठंडा पड़ता दिखाई दे रहा मसला अब गर्म होता दिख रहा है। बारिश के बावजूद कितलाना टोल पर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना आज 146वें दिन जारी रहा और उन्होंने सरकार को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसानों की ओर सरकार ने आंख उठाकर देखी तो इसके नतीजे गंभीर होंगे। वक्ताओं ने कहा कि कैसा भी मौसम रहे या कैसे भी हालात हों लेकिन तीन काले कानूनों के खिलाफ शुरू हुआ ये संघर्ष अब रुकने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि आज देश के किसान और मजदूर अपने हकों को लेकर जागरूक हैं। उन्हें बखूबी मालूम हो गया है कि ये तीनों कानून केवल बड़े पूंजीपतियों के फायदे के लिए बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की किसान और मजदूर के बीच दरार डालने की कोई भी कोशिश कामयाब नहीं होगी। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर धरने के 146वें दिन खाप सांगवान चालीस के झोझू कन्नी प्रधान सुरजभान सांगवान, युवा कल्याण संगठन के सुभाष यादव, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, , फौगाट खाप उन्नीस के धर्मबीर समसपुर, संतोष देशवाल, जागेराम डीपीई, धर्मबीर यादव ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि हिसार प्रकरण को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा फैसला लेगा उसी हिसाब से आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार को शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन चला रहे किसानों को भड़काने से बचना चाहिए। इस अवसर पर कमल प्रधान, सूबेदार सतबीर सिंह, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, अनिल शेषमा, प्रेम सिंह, शमशेर सांगवान, सत्यवान कालुवाला, राजबाला कितलाना, सब्बीर हुसैन, राजसिंह गौरीपुर, बलबीर सरपंच डोहकी इत्यादि मौजूद थे। Post navigation पूर्व मंत्री किरण चौधरी ने ली कांग्रेस टास्क फोर्स की दूसरी बैठक सिवानी के हालात बद से बदतर, मरीजों को नहीं मिल रही कोई सुविधा : मान