प्रदर्शन के दौरान किसानों ने एंबुलेंस को दिया तुरंत रास्ता। चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 16 मई – प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री व कोविड जिला प्रभारी मंत्री जेपी दलाल ने आज जिले में कोविड केंद्रो का दौरा कर चिकित्सा सेवाओं का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान मंत्री जेपी दलाल के पहुंचने की खबर मिलते ही जिला के तमाम खापों के प्रधान व पदाधिकारियों फोगाट उन्नीस के बाबा स्वामी दयाल धाम पर इकट्ठे होकर कृषि मंत्री जेपी दलाल का विरोध करने के लिए धाम से पैदल ही रेस्ट हाउस की तरफ निकल पड़े, लेकिन बीच रास्ते रोहतक चौक के पास भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने किसानों को रोकने की कोशिश की जिस पर पुलिस और खाप के पदाधिकारियों के बीच कुछ समय तनातनी के चलते खाप के पदाधिकारियों ने प्रशासन को बताया कि पिछले 15 दिनों से जिले में पीने का पानी नहीं आ रहा है साथ ही 15 दिनों में जिले में सैकड़ों जवान व बुजुर्गों की महामारी से मौत हो चुकी है आज तक कोई मंत्री, विधायक या सांसद उनकी सुध लेने नहीं आया, तो आज कृषि मंत्री किस लिए दादरी में आए है जब मंत्री से किसी की समस्या का समाधान ही नहीं होता तो इनको यहां आने की जरूरत ही क्या है। इस दौरान किसानों व खाप के पदाधिकारियों ने रोहतक चौक पर ही काले झंडे दिखाते हुए कृषि मंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन साथ ही साथ एमर्जेंसी सेवाओं में लगी अन्य गाड़ियों व एंबुलेंस आने पर तुरंत रास्ता देते हुए एक साइड भी हो रहें थे। इस तनातनी को देख प्रशासन ने कृषि मंत्री के रूट को डायवर्ट कर दिया जिससे कृषि मंत्री जेपी दलाल रोहतक चौक पर आने की बजाए दुसरे रास्ते से ही निकल गए। विरोध प्रदर्शन में खाप फोगाट-19 के प्रधान बलवंत सिंह, सचिव सुरेश फोगाट, उप-प्रधान धर्मपाल महराणा, खाप सांगवान 40 के सचिव नर्सिंग डीपी, सूरजभान झोझूू कनी प्रधान, सुरेंद्र कुब्जा नगर, आचार्य देवी सिंह, प्रीतम चेयरमैन, ईश्वर सिंह रावलधी, विद्यानंद कमोद, नथुराम फोगाट, वजीर सिंह फोगाट, भूपेंद्र समसपुर, हरिप्रकाश कमोद, योगेश शर्मा समसपुर, कृष्ण मास्टर ढाणी फोगाट, विनोद कुमार मोड़ी, बबलू महराणा, सत्येंद्र सांगवान कमोद, राकेश खातीवास, धर्मवीर मंदोली, हंसराज समसपुर, रविंद्र, लीला पूर्व सरपंच समसपुर, मास्टर करण सिंह आदि उपस्थित रहे। Post navigation हिसार में किसानों पर बर्बरता पूर्वक हुए लाठीचार्ज की निंदा प्रदेश सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग