देर सवेरे फिर खड़ा होगा इंसाफ मंच, राव साहब के पास नहीं है कोई विकल्प रेवाड़ी,14 मई (पवन कुमार)I करोना से हुई मौतों से जनता के बीच नाराजगी का बढ़ता ग्राफ प्रदेश भाजपा के लिए चिंता का विषय तो है ही साथ ही खतरे कि घंटी तो है,जिसकी आवाज़ को दबाने के लिए भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनकड़ के नेतृत्व में संघठन को मज़बूत करने के लिए 20 भाजपाइयों को जिम्मेदारी सोपी है, इससे साफ जाहिर हो रहा है कि प्रदेश में भाजपा कि कहीं न कहीं छवि खराब हो रही है I रेवाड़ी की जिम्मेवारी संदीप जोशी को दी गई है I पिछले विधानसभा चुनाव से रेवाड़ी में भाजपा अलग-थलग पड़ी है I आपसी फुट के कारण भाजपा मुरछित अवस्था में है,बेशक कोसली विधयाक लक्ष्मण,डॉक्टर बनवारी और डॉक्टर अरविंद यादव अपने पद कि गरिमा को समझते हुए अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हो I डॉक्टर अरविंद यादव को पार्टी ने रोहतक कि जिम्मेदारी दे दी है I पार्टी को मजबूत बनाने कि नीति से साफ जाहिर होता है कि पार्टी आत्म निर्भर बनना चाहती है, ताकि किसी विधयाक या सांसद का निजी प्रभाव पार्टी से ज्यादा ना हो I इसी रणनीति को देखते हुए प्रदेश भाजपा राव इंद्रजीत को घेरने कि तैयारी में,क्योंकि राव इंद्रजीत मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर कि कुर्सी के लिए खतरा भी है I जब भी मुख्यमंत्री बदलने कि बात आती है तो राव इंद्रजीत का नाम भी उठता है I राव इंद्रजीत का प्रभाव भिवानी और सोनीपत जिले मिलाकर लगभाग 15 से 17 सीटों पर है I यही कारण है कि राव साहब प्रदेश सरकार पर अपना दबाव बनाने का प्रयास करते है, प्रदेश हाई कमान कुछ सोचकर चुप हो जाती है पर राव इंद्रजीत को मुख्यमंत्री भी नहीं बनाना चाहती I विधानसभा सभा चुनाव के बाद राव साहब सक्रिय नहीं हुए I राव इंद्रजीत के साथ ठीक वैसे हालात है, जैसे राव बीरेंद्र के 1966 में हरियाणा बनने के समय में थे I राव बीरेंद्र सिंह ने तो बगावत कर अपनी विशाल हरियाणा पार्टी भी बना ली थी और वह मुख्यमन्त्री भी बने I राव साहब किसी भी तरह का फैसला नहीं कर पा रहे है और फैसला ज्यादा देर से लेने से योजनाएँ सफल नहीं होती I राव साहब अगर इसी आशा से चुप है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जायेगा तो यह उनकी सबसे बड़ी भूल है I इस लिए राव साहब को जल्दी से जल्दी निर्णय लेकर अपना इंसाफ मंच खड़ा कर अपनी राजनीति को सक्रियें करना चाहिए अन्यथा ना माया मिलेगी,ना राम और आप कहने के लिए रह जायेगे केवल जय श्री राम I Post navigation मदद के नाम पर लोकडाउन व प्रोटोकॉल की अवेहलना, स्वयं के लिए व समाज के लिए घातक सिद्ध हो सकता है प्रधानमंत्री मोदी जी तो लोकलाज को ताक पर रखकर अनैतिकता की सभी हदें पार कर चुके हैं : विद्रोही