कोरोना पीड़ितों को भाषण की बजाए राहत दे सरकार

कितलाना टोल पर 137वें दिन किसानों ने की जोरदार नारेबाजी

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

10 मई,  -सरकार ने समय से ध्यान दिया होता तो कोरोना महामारी का रूप धारण नहीं करती। अब सरकार को भाषण देने की बजाए कोरोना पीड़ितों को पर्याप्त ऑक्सजिन और दवाई उपलब्ध करवाकर राहत पहुँचानी चाहिए। यह बात अनेक वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कोरोना पीड़ितों के साथ उनके परिजनों का भारी शोषण हो रहा है। ऑक्सजिन के साथ दवाइयों के नाम पर उनको भारी लूट का सामना करना पड़ रहा है।                       

उन्होंने कहा कि जिले में कई कोविड सेंटर बने हुए हैं लेकिन उनमें सुविधाएं नाम मात्र की हैं। आज हालात ये हैं कि थोड़ी ज्यादा तकलीफ होने पर मरीज को सरकारी अस्पताल में बेड मिलना दूभर हो रखा है। सरकार लाख दावे करे पर हकीकत यह है कि ऑक्सजिन के अभाव में बहुत से संक्रमितों ने दम तोड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस तरफ गौर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना ने गांव में भी पैर पसार लिए हैं।                      

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर 137वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीएपी, खाप श्योराण 25 के प्रधान बिजेंद्र बेरला, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, राजबाला कितलाना, सुखदेव पालवास ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार में किसानों और कोरोना पीड़ितों को प्रताड़ित होना पड़ रहा है। सरकार ना किसानों की सुन रही है और ना ही कोरोना संक्रमित की।                     

इस अवसर पर मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरजभान संगवान, रणधीर घिकाड़ा, कमल प्रधान, धर्मेन्द्र छपार, रामानन्द धानक, कर्ण सिंह कालूवाला, रामफल देशवाल, मीरसिहं निमड़ीवाली, अजीत सिंह धनाना, राजबाला धनाना, शमशेर सांगवान, ओमप्रकाश नम्बरदार चरखी, आजाद सिंह फोजी, जगदीप बेरला, कप्तान चन्दन सिंह, सुरेन्द्र कटारिया, नन्दराम घिकाड़ा, सुबेदार सतबीर सिंह, समुन्द्र सिंह कितलाता, बलबीर रासीवास इत्यादि मौजूद थे।

You May Have Missed

error: Content is protected !!