कोरोना महामारी ने अगियार की महिला की मौतसुदंरह निवासी 32 वर्षीय अध्यापक की कोरोना से रेवाड़ी में मौतमौहल्ला सैनीपुरा निवासी एक व्यक्ति की हुई मौत Cartoon mascot logo and symbol of Corona virus COVID-19 with green color नारनौल,3 मर्ई। जिले के गांव दौंगड़ाअहीर गांव में एक 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। आज सुबह परिजन मरीज को नारनौल सिविल हॉस्पिटल लेकर आ। वहां पर टेस्ट करवाने पर पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने सीएमओ से गुहार लगाई कि उनको कहीं पर ऑक्सीजन सिलेंडर दे दे या फिर वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था की जाए । लेकिन सीएमओ ने कोई जवाब नहीं दिया।मृतक का भाई मिनी सेक्रेटेरिएट में कार्यरत है। उसने बताया कि मैंने पर्सनली सीएमओ से कहा कि मेरा भाई है। लेकिन सीएमओ ने व्हाट्सएप चेक कर लिया लेकिन मेरा फोन नहीं उठाया। मैंने सभी जगह प्रयास किया। सिविल हॉस्पिटल में भी डॉक्टरों से गुहार लगाई उसके बावजूद भी कहीं प्राइवेट हॉस्पिटल और सरकारी हॉस्पिटल में कहीं कोई व्यवस्था नहीं बन पाए हार कर वह लोग अपने घर पर आ गए और उन्होंने सोचा कि वह लोग रोहतक मरीज को ले जाएंगे लेकिन कोई व्यवस्था नहीं बन पाने के कारण युवक की मौत हो गई परिजनों ने सीधा-सीधा प्रशासन तथा सीएमओ पर अनदेखी का आरोप लगाया है। डॉक्टर्स की टीम आई है और उस का दाह संस्कार किया जाएगा कोरोना महामारी ने गांव अगिहार में आज एक और जान को काल का ग्रास बना दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांव अगियार की एक महिला जो 2 दिन पहले हल्के बुखार से पीडि़त हुई थी, वहीं परिजनों ने बिना देरी किए उसे महेंद्रगढ़ के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। जिसमें 2 दिन भर्ती रखने के बाद भी कोई आराम नहीं मिला तो उसको परिजनों जीएच नारनौल में भर्ती कराया, जहां बड़ी मुश्किल से उसको भर्ती किया गया और आज सुबह 3 बजे उसने अंतिम सांस ली। महिला के परिजनों ने बताया कि नारनौल हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद भी उसे सुचारू रूप से इलाज नहीं मिलने के कारण आज उसने दुनिया को अलविदा कह दिया बताया जाता है कि 51 वर्षीय महिला अपने पीछे छोटे-छोटे बच्चों वह पति को छोडक़र चली गई। जिसको लेकर गांव अहियार में शोक की लहर दौड़ गई। कोरोना गाइड लाइन के अनुसार उनका दाह संस्कार कर दिया गया।गौरतलब है कि कनीना खंड के गांव अगिहार में कोरोना से यह तीसरी मौत है, जिसके कारण गांव में भय व्याप्त है, वहीं सीएचसी सेहलंग की प्रभारी डा. प्रभा यादव से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह बीमारी भयानक रूप धारण कर रही है, जिसको लेकर हम लोगों से अपील करते हैं की सरकार द्वारा पूर्णता लगाए गए लाकडाउन में अपने घर में रहे और सुरक्षित रहे तभी जाकर इस महामारी पर काबू पाया जा सकता है। सुदंरह निवासी 32 वर्षीय अध्यापक की कोरोना से रेवाड़ी में मौत अटेली विधानसभा के गांव सुदंरह निवासी 32 वर्षीय अध्यापक की कोरोना से रेवाड़ी अस्पताल में सोमवार को मौत हो गई। मृतक रजनीश पुत्र सिंह का समाचार लिखे जाने तक रेवाड़ी अस्पताल में प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार करवाने में की प्रक्रिया में स्वास्थ्य कर्मी लगे हुए। मृतक के जीजा अटेली निवासी लेक्चरर नरेंद्र गढ़ी ने बताया कि उसको रेवाड़ी सामान्य सामान्य अस्पताल में 30 अप्रैल को भर्ती कराया था। वहा पर संक्रमित रिपोर्ट आने के बाद आक्सीजन में पिछले 3 रोज से सांस ले रहा था। लेकिन वेंटिलेटर नहीं मिलने के कारण उसने बीती रात को दम तोड़ दिया। उसके फेफेड़े संक्रमण के वजह से खराब होते जा रहे थे। वह जेबीटी अध्यापक लोहारू खंड में कार्यरत था। वह अपने पीछे एक लडक-एक लडकी छोड़ गये हैं। मौहल्ला सैनीपुरा निवासी एक व्यक्ति की हुई मौत महेन्द्रगढ़ शहर के मौहल्ला सैनीपुरा में लगभग 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का स्थानीय श्मशान घाट में मृतक को किट में पैक किया गया और नगरपालिका कर्मचारियों व नागरिक अस्पताल के नीरज ने किट पहनकर मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। मिली जानकारी के अनुसार 40 वर्षीय व्यक्ति निवासी मौहल्ला सैनीपुरा को परिजनों द्वारा उपचार के लिए नागरिक अस्पताल महेंद्रगढ़ लाया गया था, जहां चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। जहां महेंद्रगढ़-नारनौल सडक़ मार्ग पर नारनौल पहुंचने स पहले उसकी मौत हो गई। मृतक का अंतिम संस्कार कोविड़-19 के तहत किया गया। Post navigation कोरोना संक्रमण के कारण अगिहार, महेंद्रगढ़, भुंगारका, कारोता व खुडाना के एक-एक कोरोना संक्रमित की मौत कोर्ट की नसीहत को चुनाव आयोग के साथ सरकार को भी सुनना और समझना चाहिए।