सफाई कर्मचारी आयोग के जिला कोऑर्डिनेटर विनोद बाल्मीकि इस्तीफा देकर किसानों आंदोलन में उतरेकितलाना टोल पर किसानों का बढ़ रहा समर्थन, धरना 114वें दिन जारी चरखी दादरी जयवीर फोगाट कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए जिला इंटक प्रधान सुशील धानक ने कहा कि किसान और मजदूर एक दूसरे के सुख- दुःख सुख के सांझी हैं और किसी सूरत में इनको बांटा नहीं जा सकता। सरकार जातिवाद का जहर घोलने का कुप्रयास कर चुकी है लेकिन किसानों और मजदूरों की एकजुटता से विफल हो गया है। उन्होंने कहा कि तीनों काले कानून किसान को उसकी ही धरती पर दास बना देंगे वहीं मजदूरों पर बड़ी मार पड़ना स्वाभाविक है। आज कितलाना टोल पर किसानों के धरने को उस वक्त और मजबूती मिली जब हरियाणा राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के चरखी दादरी जिला कोऑर्डिनेटर विनोद बाल्मीकि ने अपने पद से इस्तीफा देकर किसानों को समर्थन देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और उन्हें इस बात की भारी तकलीफ है कि केंद्र सरकार किसानों की बात इतने दिन आंदोलन चलने और 350 शहादतों के बाद भी नहीं सुन रही। इसलिए उन्होंने साथियों के साथ किसान आंदोलन का डटकर साथ देने का फैसला लिया है और तुरंत प्रभाव से अपना इस्तीफा टोल अध्यक्ष मंडल के माध्यम से सरकार को भेज रहे हैं। कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 114वें दिन खाप 40 सांगवान के सचिव नरसिंह डीपीई, खाप फौगाट उन्नीस के प्रधान बलवंत नंबरदार, खाप श्योराण 25 सर्वजातीय के प्रधान बिजेंद्र बेरला, चौधरी छोटूराम और अम्बेडकर मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण, किसान सभा के रणधीर कुंगड़,करतार गिल, दिलबाग ग्रेवाल, सुभाष यादव, कृष्णा छपार ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की जल्द अहम बैठक होगी जिसमें आंदोलन को तेज करने और धरनों पर जमावड़ा बढ़ाने की रणनीति पर विचार किया जाएगा। इस अवसर पर राजकुमार हड़ौदी, सुरजभान सांगवान, शमशेर फौगाट, राजू मान, रणधीर घिकाड़ा, सुरेंद्र कुब्जानगर, दौलतराम प्रधान बाल्मीकि समाज, अशोक सरपंच रावलधी, वाईस चेयरमैन बबलू श्योराण, लीलाकृष्ण फौगाट, पार्षद वीरेन्द्र पप्पू, पार्षद प्रतिनिधि प्रवीण सैनी, डिंपल बाल्मीकि, श्रीभगवान बाल्मीकि, कुलदीप सैनी, राजसिंह जताई, बलबीर बजाड़, सज्जन कुमार सिंगला, संदीप फौगाट, सूबेदार सत्यवीर इत्यादि मौजूद थे। आज भी टोल फ्री रहा। Post navigation बॉर्डर पर किसानों की झोपड़ियां जलाने की कितलाना टोल पर हुई कड़ी निंदा —-संकीर्ण सोच के दायरे से निकल प्रधानमंत्री करें समाधान की पहल : नरसिंह डीपीई