गठबंधन सरकार के नेताओं की “नो एंट्री”
चरखी दादरी जयवीर फोगाट
सविंधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को दादरी के अंबेडकर चौक पर हर्षोल्लास से मनाई जाएगी। यह फैसला रविदास सभा, अंबेडकर सभा, कबीर सभा, बाल्मीकि सभा, कबीर शिक्षा समिति, अंबेडकर जागृति मंच के पदाधिकारियों ने स्वामी दयाल धाम पर आयोजित बैठक में लिया। उन्होंने सर्वसमाज के लोगों से बढ़चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि जयंती के कार्यक्रम में भाजपा और जजपा नेताओं से दूरी रखी जायेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र को चूर चूर करके बाबा साहब के संविधान का मजाक उड़ाया है जो असहनीय है। डॉ भीमराव अंबेडकर ने सविंधान में सर्वसमाज को सामाजिक न्याय और बराबरी का अधिकार दिया था लेकिन वर्तमान सरकार उनके सिद्धान्तों के विपरीत काम कर रही है। इसलिए गठबंधन सरकार के नेताओं को इस कार्यक्रम में सम्मलित नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा अगर दलित समाज की हितैषी होती तो 2 अप्रैल 2018 को समाज के 10 लोगों पर दादरी सिटी पुलिस स्टेशन में बने नाजायज मुकदमें को निरस्त करवाती जो आज तक लंबित है। सरकार के प्रति समाज के लोगों में भारी गुस्सा है।
उन्होंने कहा कि आज किसान और मजदूर मिलकर 4 महीने से अधिक समय से अपने हकों को लड़ाई लड़ रहे हैं उसके बाद भी सरकार इस बारे कतई गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि तीनों काले कानून किसानों और मजदूरों की कमर तोड़ने वाले हैं। इसलिए सब मिलकर संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनांदोलन की आंच को मंद नहीं पड़ने दिया जाएगा।
इस अवसर पर महाबीर फौजी, सतबीर चौहान, विनोद पार्षद, अधिवक्ता विजय चौहान, मास्टर जसवंत कलियाणा, सूशील धानक, सुंदरलाल, संजय बिडलान, राजबीर, महेंद्र, मास्टर कृष्ण, संजय इत्यादि मौजूद थे।