किसान की आमदनी की जगह लागत दुगुनी की सरकार ने
किसानों, महिलाओं और पत्रकारों पर बनाये जा रहे मुकदमों को लेकर टोल पर निंदा प्रस्ताव पास

चरखी दादरी जयवीर फोगाट 

किसान आंदोलन में तेजी लाने के मकसद से कितलाना टोल पर रविवार को होने वाली किसान महापंचायत की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। टोल पर चले रहे अनिश्चितकालीन धरने पर वक्ताओं ने कहा कि इस महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढूनी,  युद्धवीर सिंह के साथ प्रदेश भर की खाप, किसान, मजदूर, व्यापारी और कर्मचारी संगठन भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि किसान महापंचायत को लेकर ग्रामीणों में भारी उत्साह है।                       

उन्होंने डीएपी की बढ़ी कीमतों की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार किसानों की आय दुगुनी करने का दावा करती थी लेकिन डीएपी के कट्टे की कीमत एक बार में सात सौ रुपए बढ़ाने से लागत जरूर दुगुनी करने का काम कर दिया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ये मूल्य वसूला गया तो किसान सरकार को हिलाकर रख देंगे।                           

 कितलाना टोल पर 107वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, बिजेंद्र बेरला, बलवन्त नंबरदार, दिलबाग ग्रेवाल, ईश्वर शर्मा चरखी, बीरमति डोहकी, गंगाराम श्योराण, कमल प्रधान ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने भारत बंद के दौरान किसान व महिलाओं पर बनाये मुकदमों की निंदा करते हुए कहा कि ये मुकदमे रद्द नहीं किये गए तो किसान सरकार की जेल भरने को तैयार हैं।                  

 किसान नेता राजू मान ने हिसार में स्वतंत्र पत्रकार राजेश कुंडु पर मुकदमा बनाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है सरकार उसका गला घोंटना चाहती है ये असहनीय है। सरकार को मुकदमा बनाना है तो भाजपा नेत्रियों सोनाली फौगाट और बबीता फौगाट पर बनाए जो किसानों के बारे में उलजुलूल बयान दे भड़काने का काम कर रही हैं। धरने पर उपस्थित किसानों ने झूठे मुकदमों के खिलाफ हाथ उठाकर निंदा प्रस्ताव पास किया।                         

धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, मंगल सुई, सुरेश फौगाट, कप्तान रामफल, धर्मपाल महराणा, राजकुमार हड़ौदी, धर्मेन्द्र छपार, सरदारा राम, रणबीर छपार, सत्यवान कालुवाला, निहाल सिंह, सूबेदार सत्यवीर, शमशेर सांगवान, धर्मपाल मान, धर्मबीर समसपुर, मौजीराम, मीरसिंह निमड़ीवाली, परमजीत, बबलू फतेहगढ़ इत्यादि मौजूद थे। आज भी टोल फ्री रहा।