हाथी पार्क में काले झंडे लेकर पहुंचे किसान आंदोलनकारी। चरखी दादरी जयवीर फोगाट खाप और संगठनों के विरोध चलते जजपा को बैकफुट पर आना पड़ा और स्वर्गीय चौधरी देवीलाल की पुण्यतिथि का सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर अपने कार्यालय में निपटाना पड़ा। खाप फौगाट 19 के प्रधान बलवन्त नंबरदार की अगुवाई में किसानों ने करीब दो घण्टे तक काले झंडे लेकर हाथी पार्क में जजपा नेताओं का इंतजार किया लेकिन यह सूचना मिलने पर जजपा ने कार्यक्रम स्थल बदल दिया। इससे पहले किसान आंदोलनकारियों ने पार्क में स्थित शहीद स्मारक पर छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद जवानों को पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। पार्क में मीडिया से बातचीत करते हुए फौगाट खाप उन्नीस के प्रधान बलवन्त नंबरदार ने कहा कि इलाके की सभी खाप, सामाजिक, किसान, मजदूर, सामाजिक, व्यापारी और कर्मचारी संगठनों ने भाजपा और जजपा के सार्वजनिक कार्यक्रमों का विरोध करने का निर्णय लिया हुआ है। उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल हमारे भी आदरणीय हैं लेकिन जजपा नेताओं का आचरण उनकी नीतियों के विरुद्ध है। चौधरी देवीलाल हमेशा किसानों के हितों की सोचते थे लेकिन जजपा नेता सत्ता के लोभ में किसान आंदोलन में साथ देने की बजाए कुर्सी से चिपके हुए हैं। इसलिए सभी यहां जजपा के सार्वजनिक कार्यक्रम का विरोध करने पहुंचे हैं। किसान नेता राजू मान ने कहा कि बार बार चेतना के बाद भी भाजपा और जजपा के नेता अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे और भाईचारा व माहौल बिगाड़ने के लिये चोरी छिपे कार्यक्रम कर रहे हैं। सर्वकर्मचारी संघ के जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा और सीटू की जिला प्रधान कमलेश भैरवी ने कहा कि जब तक तीनों काले कानून रद्द नहीं होते जब तक भाजपा और जजपा का बहिष्कार जारी रहेगा। इस अवसर पर सुरेश फौगाट, शमशेर फौगाट, विनोद मोड़ी, योगेश इमलोटा, कृष्ण फौगाट, राजेश जांघू, विजय महराणा, लीला समसपुर, विद्यानंद कमोद, सुरेन्द्र नम्बरदार, ईश्वर, राजकपूर रावलधी, संजीव नम्बरदार, योगेश शर्मा, रविन्द्र पूर्व सरपंच, अनिल खातिवास, भूपेंद्र समसपुर इत्यादि मौजूद थे। Post navigation इमलोटा के पहलवान छाए नेशनल स्पर्धा में लोकतंत्र की हत्या करने पर जुटी है सरकार : किसान