कितलाना टोल पर 75वें दिन किसानों का अनिश्चित कालीन धरना जारी, टोल रहा फ्री

चरखी दादरी जयवीर फोगाट 

केंद्र की मोदी सरकार के साथ हरियाणा की गठबंधन सरकार ऐसी नीतियां बना रही है जिससे पूजीपतियों के और धनाढ्य बनने का रास्ता सुगम हो रहा है। यह आरोप वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चित कालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कोरोना की आड़ में तीन कृषि कानून बनाने के पीछे मोदी सरकार का असली मकसद अम्बानी और अडानी जैसे महापूंजीपतियों को सीधा लाभ पहुंचना है।                 

  उन्होंने कहा कि सरकार गरीबी को मिटाने की बजाए गरीबों को भी निपटाना चाह रही है। उन्होंने कहा कि  तीनों काले कानून से महंगाई सिर चढ़कर बोलेगी। आम जन मानस को दो वक्त की रोटी मिलना दूभर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि असीमित भंडारण से काला बाजारी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सरकार हर क्षेत्र में निजीकरण को बढ़ावा दे रही है और सरकारी सम्पतियों को औने पौने दामों में उनके हवाले कर रही है।               

  कितलाना टोल पर धरने के 75वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, सर्वजातीय श्योराण खाप 25 के प्रधान बिजेंद्र बेरला, बीरमति डोहकी, गंगाराम श्योराण, मास्टर राजसिंह ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने महिला किसान दिवस को कामयाब बनाने के लिए भिवानी और दादरी की मातृशक्ति का आभार जताते हुए कहा कि महिलाओं ने आंदोलन में जान फूंक दी है और अब तीनों काले कानून वापिस होने के बाद ही घर वापसी होगी।                 

 धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर राजेन्द्र डोहकी, राजू मान, सुभाष यादव, प्रोफेसर जगमिंद्र सांगवान, सुरजभान सांगवान, राजकुमार हड़ौदी, विद्यानंद हंसावास, मंगल सुई, जगदीश हुई,  सत्यवान कालुवाला, कमल सिंह, कप्तान रामफल, मास्टर ओमप्रकाश, बलवंत, बलवान बेरला, देशराम भांडवा, चंद्रपाल चांदवास, बलराज, राजकुमार कलाली, रत्तन सिंह कलाली, कर्ण सिंह अहसासपुर, मंजीत मांढी, प्रेम सिंह, प्रताप हंसावास, शमशेर सांगवान, ओमपाल, मनसुख चरखी, राजबाला, राजवंती, बीरमति, शांति, कल्लो, शकुंतला, मुकेश, कमलेश इत्यादि मौजूद थे।

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